कोरिया,
सोनहत विकासखंड के ग्राम कछार, अंगवाही की रहने वाली श्रीमती गुलावती, शकुंतला, सुंदरी, मंगली व बेला बाई ने बताया कि एक हजार रुपए जब उनके खाते में पहली बार आया तो उन्हें विश्वास नहीं हुआ और ऑनलाइन फ्राड होने की आशंका की वजह से वे पैसे नहीं निकाले। तब ग्राम सरपंच व हितग्राही श्रीमती गुलावती ने विभिन्न अधिकारियों व बैंक में जाकर इस सम्बंध में जानकारी ली, तब उन्हें पता चला महतारी वन्दन योजना के तहत ही उनके खाते में एक हजार रुपए प्राप्त हुए हैं।
श्रीमती शकुंतला बाई जो तीन बच्चों की मां हैं, उन्होंने बताया कि इस योजना की राशि से वे अपने परिवार को आर्थिक सहारा देने, आत्मनिर्भर बनने और परिवार की भलाई के लिए एक सिलाई मशीन खरीदी और आसपास के लोगों के कपड़े सिलकर अपने परिवार की जरूरतें पूरी कर रही हैं। वहीं श्रीमती सुंदरी व बेला बाई ने कहा कि इस योजना की राशि का उपयोग सब्जी व किराना समान में उपयोग कर रही हैं और कुछ पैसे को घर में जमा कर रही हैं ताकि जरूरत पर काम आए। दो बेटे की मां श्रीमती मंगली राजवाड़े ने बताया कि कुछ पैसे को स्वास्थ्य के लिए खर्च कर रही हैं वहीं कुछ घर की जरूरत में उपयोग करती हैं। इन सभी महिलाओं ने कहा ‘इस योजना ने आर्थिक सम्बल प्रदान की है। अब अपने परिवार के लिए कुछ खर्च कर पाती हैं और कुछ राशि बचाकर भविष्य के लिए भी सुरक्षित कर रहे हैं।‘
महतारी वंदन योजना का उद्देश्य
इस योजना के तहत छत्तीसगढ़ सहित कोरिया जिले के विवाहित महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है, ताकि वे अपने परिवार की भलाई के लिए आवश्यक कदम उठा सकें। इन हितग्राहियों को इस योजना का लाभ मिला रहा और उन्होंने इसे केवल अपने तक सीमित न रखकर पूरे परिवार की जरूरतों के लिए इस्तेमाल कर रही हैं।
प्रशासन का प्रयास और समाज पर प्रभाव
महतारी वंदन योजना का प्रभाव सिर्फ आर्थिक लाभ तक सीमित नहीं है। यह योजना महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने और अपने परिवार का आर्थिक स्तंभ बनने के लिए प्रेरित करती है। प्रशासन की सक्रियता और सही दिशा में किए गए प्रयासों ने ग्रामीण महिलाओं के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने में सफलता पाई है। कछार, अंगवाही सहित और आसपास के अन्य गांवों में भी कई महिलाएं आत्मनिर्भरता की राह पर चलने के लिए प्रेरित हुई हैं।
इस तरह की योजनाएं ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं की आर्थिक स्थिति सुधारने के साथ-साथ उनके सामाजिक स्थान को भी सुदृढ़ करती हैं। महतारी वंदन योजना के माध्यम से सरकार ‘आत्मनिर्भर भारत‘ के सपने को साकार करने की दिशा में निरंतर प्रयासरत है।