नई दिल्लीः उत्तराखंड के उत्तरकाशी में चार धाम यात्रा को जोड़ने वाली निर्माणाधीन सिलक्यारा टनल में फंसे 41 मजदूरों का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. हालांकि इस रेस्क्यू ऑपरेशन को कुल 17 दिन हो गए हैं. लेकिन तरह-तरह की बाधाओं के चलते बार-बार बचाव कार्य प्रभावित हो रहा है. इसी कड़ी में आज फिर निरीक्षण के लिए पहुंचे उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि बहुत जल्द ही टनल में फंसे मजदूरों को बाहर निकाल लिया जाएगा.
प्रेस से बात करते हुए उत्तरकाशी सुरंग हादसे के बचाव कार्य पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बताया, “लगभग 52 मीटर पाइप अंदर जा चुका है, लगभग 57 मीटर तक पाइप को अंदर धकेलना है. इसके बाद एक पाइप और लगेगा. पहले ड्रिलिंग के दौरान स्टील आदि मिल रहा था, जो अब कम हो गया है. अब सीमेंट का कंक्रीट मिल रहा है, जिसे कटर से काट रहे हैं.”
#WATCH | Uttarkashi (Uttarakhand) tunnel rescue | CM Pushkar Singh Dhami says, “All engineers, experts and others are working with all their strength. As of now, pipe has gone 52 metres in. The manner in which the work is ongoing, we hope that there will be a breakthrough very… pic.twitter.com/MNacENvwti
— ANI (@ANI) November 28, 2023
इसके अलावा उन्होंने कहा, “सभी इंजीनियर, विशेषज्ञ और अन्य लोग अपनी पूरी ताकत से काम कर रहे हैं. अब तक, पाइप 52 मीटर अंदर चला गया है. जिस तरह से काम चल रहा है, हमें उम्मीद है कि जल्द ही कोई सफलता मिलेगी. जैसे ही पाइप आएगा के माध्यम से जाता है, उन्हें (श्रमिकों को) बाहर लाने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. सभी लोग ठीक हैं.”
#WATCH उत्तरकाशी सुरंग हादसे के बचाव कार्य पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बताया, “लगभग 52 मीटर पाइप अंदर जा चुका है, लगभग 57 मीटर तक पाइप को अंदर धकेलना है। इसके बाद एक पाइप और लगेगा…पहले स्टील आदि मिल रहा था, जो अब कम हो गया है। अब सीमेंट का कंक्रीट मिल रहा है… pic.twitter.com/dTtQKOT0hI
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 28, 2023
इस बीच सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को बचाने के लिए अंदर की जा रही मैन्युअल ड्रिलिंग का पहला वीडियो सामने आया है. मंगलवार सुबह न्यूज एजेंसी ANI द्वारा जारी किया गया. जबकि मैनुअल ड्रिलिंग चल रही है, पाइप को धकेलने के लिए बरमा मशीन का उपयोग किया जा रहा है.
न्यूज एजेंसी ANI ने बताया कि अब तक लगभग दो मीटर की मैनुअल ड्रिलिंग पूरी हो चुकी है. 41 मजदूरों को बचाने में मदद के लिए बुलाए गए रैट-होल खनन विशेषज्ञों ने सोमवार को मलबे के माध्यम से मैन्युअल ड्रिलिंग शुरू की. इसके साथ ही, सुरंग के ऊपर से वर्टिकल ड्रिलिंग आवश्यक 86 मीटर में से 36 मीटर की गहराई तक पहुंच गई है.
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FIRST PUBLISHED : November 28, 2023, 10:47 IST