बिलासपुर शहर के प्रतिष्ठित स्कूलों में से एक पंडित रामदुलारे दुबे बालक सरकंडा स्कूल जिसका अपना एक स्वर्णिम इतिहास रहा है। अब वापस अपनी पहचान पाने के लिए रोज नए नए तरीके से कुछ न कुछ नया करने की कोशिश में लगा हुआ है। जो स्कूल लगातार स्टॉफ में सामंजस्य न होने के कारण सुर्खियों में बना हुआ था, अब कुछ बेहतर करने की कोशिश में लगा हुआ है।
शनिवार को स्कूल में कक्षा सज्जा प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। इस प्रतियोगिता में बच्चों ने अपने अपनी कक्षा को बेहतर तरीके से सजाने की कोशिश की । इस सजावट में सभी क्लास के बच्चों ने अपने कौशल का बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए अपने विषय से संबंधित चार्ट पेपर तैयार करके अपने कक्षाओं में सजाया जो उनकी परीक्षा की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण होगा। स्कूल में होने वाली प्रतियोगिता बच्चों में आत्मविश्वास और सहयोगात्मक व्यवहार को उभारने का काम करती है और इस तरह की प्रतियोगिता का आयोजन होने से बच्चों में आत्म विश्वास भी आता है।
विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य बसंत प्रताप सिंह ने सभी स्टॉफ की सहमति से इस प्रतियोगिता का आयोजन रखा और इस प्रतियोगिता में कक्षा 11वीं विज्ञान संकाय ने प्रथम, कक्षा 9वीं A सेक्शन के बच्चे द्वितीय एवं कक्षा 11वीं कला संकाय के बच्चों ने तृतीय स्थान प्राप्त किया । बच्चों के द्वारा सजाए गए कमरों का निरीक्षण प्रभारी प्राचार्य ने अपने समस्त स्टॉफ के साथ किया और बच्चों की प्रशंसा करते हुए लगातार अपने कौशल को बेहतर बनाने और पढ़ाई में मन लगाने के लिए उन्हें प्रेरित किया। इस प्रतियोगिता में सभी क्लास के कक्षा शिक्षक के साथ साथ DLS कॉलेज और शुभम शिक्षण महाविद्यालय के बी.एड. प्रशिक्षार्थियों ने विद्यालय के बच्चों का मार्गदर्शन किया।
कक्षा सज्जा प्रतियोगिता में निर्णायक की भूमिक में विद्यालय के वरिष्ठ व्याख्याता पी. मंडल, अमित नामदेव एवं राजेश चतुर्वेदी थे। इस प्रतियोगिता में शिक्षक विवेक दुबे, रमेश दुबे , सुशील डहरिया, राजेंद्र धर शर्मा,मोनालिसा संत,अर्चना शुक्ला,शैल कश्यप,शारदा पांडेय,एकता पांडेय इत्यादि मौजूद थे जिन्होंने बच्चों के कौशल को देखा और उनकी भूरी भूरी प्रशंसा की।