बेटी के पढ़ाई के लिए एक पिता ने एक माइक्रोफाइनेंस कंपनी से लोन लिया था जिसे वह तय समय में किश्त जमा करने में दिक्क़त हो रही थी, इस बात को लेकर कंपनी के कर्मचारी परेशान कर रहे थे। ऐसे में इस पिता ने बहुत खतरनाक फैसला ले लिया और पुरे परिवार सहित आत्महत्या कर लिया।
UP के हापुड़ में बेटी की पढ़ाई के लिए लिया गया कर्ज न चुका पाने की वजह से दंपत्ति व बेटी ने जहर का सेवन कर जान दे दी। सपनावत गांव के संजय सिंह ने माइक्रोफाइनेंस बैंक से 3 लाख का लोन लिया था। किश्त नहीं जा रही थी। बैंक के कर्मचारी प्रताड़ित कर रहे थे। ऐसे में संजय सिंह ने अपनी पत्नि प्रेमवती व बेटी पायल के साथ जहर खा लिया। तीनो की मौत हो गई ।
माइक्रोफाइनेंस कंपनियों के लोन में ब्याज अधिक….
माइक्रो फाइनेंस कंपनियां लोगों को तुरंत लोन देने के लालच में डालकर अधिक ब्याज दर वसूलती हैं, इससे लोन चुकाने में कर्जदारों को मुश्किल होती है और उन्हें अधिक भुगतान करना पड़ता है। किश्त नहीं चूका पाने की स्थिति में उत्पीड़न झेलना पड़ जाता है। लोगों को झांसे में लेकर लोन के नाम पर उगाही करने वाली ऐसी माइक्रो फाइनेंस कंपनियों पर सरकार ने शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है, इसकी शुरुआत असम सरकार ने की है।राज्य सरकार ने लोगों से कहा है कि लोन देने वाली ऐसी कंपनियों या संस्थानों से बचना चाहिए।