रायपुर। छत्तीसगढ़ कांग्रेस संगठन में बदलाव को लेकर जारी चर्चाओं के बीच यह तो तय हो गया है कि प्रदेश पदाधिकारियों से लेकर जिला और ब्लॉक स्तर पर कई बदलाव होंगे. कुछ नए महामंत्री बनेंगे, कुछ नए जिला और ब्लॉक अध्यक्ष, तो वहीं मोर्चा और प्रकोष्ठ में भी बदलाव होगा. लेकिन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को बदलने जाने जैसी ख़बर पर फिलहाल विराम लग गया है ! अध्यक्ष दीपक बैज ही रहेंगे. संभव है कि अपना कार्यकाल पूरा करेंगे. क्योंकि बैज ने बघेल से आशीर्वाद प्राप्त कर लिया, वरिष्ठ नेताओं का भी साथ मिल गया है.
दरअसल विधानसभा के बाद लोकसभा में हुई करारी हार के बाद से यह चर्चा तेज हो गई थी थी कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज हटा दिए जाएंगे. पार्टी की कमान किसी दूसरे सीनियर नेता को सौंप दी जाएगी. चर्चाओं के बीच कुछ वरिष्ठ नेताओं के नाम भी अध्यक्ष की रेस में शामिल कर दिए गए. कहीं-कहीं से यह भी खबर आई कि दिल्ली तक भाग-दौड़ पूरी कर ली गई है. दक्षिण से उत्तर का समीकरण बना लिया गया. हालांकि बीते दिनों लोकसभा में हुई हार की समीक्षा बैठक के बाद से बैज को लेकर सबकुछ सकारात्मक है यह संकेत मिल गए थे. क्योंकि इसी बैठक के बाद राजीव भवन के बाहर एक दृश्य कैमरे में कैद हो गया था. बैज ने समीक्षा बैठक के बाद पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से पैर छूकर आशीर्वाद प्राप्त कर लिया था.
आज जब राजीव भवन में कांग्रेस के सभी वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में बैठक हुई तो संगठन में बदलाव को लेकर चल रही चर्चाओं का पिक्चर और क्लियर हो गया है. चूंकि बैठक में दीपक बैज के साथ पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, नेता-प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत, पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव, पूर्व मंत्री रविन्द्र चौबे, ताम्रध्वज साहू, मो. अकबर, अमरजीत भगत, धनेन्द्र साहू, मोहन मरकाम, अमितेष शुक्ल सहित कई वरिष्ठ नेता, विधायक और पूर्व विधायक मौजूद थे. लिहाजा सभी की मौजूदगी में नेताओं ने एक राय होकर पार्टी को संगठनात्मक रूप से मौजूद करने पर जोर दिया है. पार्टी सूत्रों के मुताबिक सभी नेताओं ने दीपक बैज के नेतृत्व में पार्टी संगठन को मजबूत करने और आगामी कार्ययोजनाओं को प्राथमिकता से गति देने की बात कही. वहीं यह भी तय हुआ कि कोई भी नेता मनमुटाव के साथ काम नहीं करेगा. बीती बातों को भुलाकर सभी का लक्ष्य आगामी चुनाव में पार्टी की जीत रहेगा.
बैठक के बाद पत्रकारों से चर्चा में दीपक बैज ने कहा कि भी संगठन को मजबूत करने पर पार्टी नेताओं ने जोर दिया है. साथ ही यह भी तय हुआ है कि हर महीने वरिष्ठ नेताओं की बैठक राजीव भवन में की जाएगी. यही नहीं समय-समय पार्टी के सभी बड़े नेता कार्यालय आकर संगठन के कार्यों को गति देते रहेंगे. पार्टी का पहला लक्ष्य पार्टी को सामूहिक नेतृत्व प्रदान करना है. उपचुनाव से लेकर निकाय और पंचायत चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवारों को जिताना ही अब प्राथमिकता है. संगठन में बदवाव की चर्चा पर उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नेताओं के मार्गदर्शन और सुझाव पर अमल किया जाएगा. जहां-जहां बदलाव की जरूरत है वहां बदलाव होगा. प्रदेश पदाधिकारियों से लेकर जिला और ब्लॉक स्तर कई नियुक्तियां होनी है. इस पर प्रारंभिक चर्चा हो चुकी है. प्रदेश प्रभारी और राष्ट्रीय नेतृत्व से चर्चा के बाद निर्णय लिया जाएगा.