प्रदेश को अगले दो महीने तक पूरी तरह राममय करने की तैयारी शुरू हो गई है। अयोध्या में 22 जनवरी को भव्य श्रीराम मंदिर के उद्घाटन और रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर संस्कृति विभाग की ओर से प्रदेश भर में विभिन्न कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
प्रमुख सचिव संस्कृति मुकेश मेश्राम के अनुसार इस दौरान रामकथा और रामायण परंपरा पर आधारित प्रवचनों की पूरी शृंखला आगामी दिनों में देखने को मिलेगी। इसमें अवधेशानंद जी महाराज, मोरारी बापू, रामभद्राचार्य, जया किशोरी और देवी चित्रलेखा सहित अन्य प्रख्यात कथावाचक रामकथा के विभिन्न प्रसंगों के माध्यम से जनमानस के मध्य श्रीराम के आदर्शों को स्थापित करेंगे। इसके अलावा भजन संध्या का भी आयोजन होगा, जिसमें अनूप जलोटा, अनुराधा पौडवाल, हरिहरन, शंकर महादेवन, कैलाश खेर, सोनू निगम, ए आर रहमान आदि दिग्गज गायक अपनी प्रस्तुतियां देंगे।
संपूर्ण देश को एक सूत्र में बांधने का प्रयास
रामोत्सव के लिए नेपाल, कंबोडिया, सिंगापुर, श्रीलंका, थाईलैंड, इंडोनेशिया आदि की रामलीला मंडलियों को भी आमंत्रित किया गया है। साथ ही महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, कर्नाटक, सिक्किम, केरल, छत्तीसगढ़, जम्मू कश्मीर और लद्दाख की रामलीला मंडलियां भी श्रीराम के जीवन पर आधारित विभिन्न प्रसंगों की प्रस्तुतियां देंगी। इसके अलावा रामायण परंपरा पर आधारित प्रादेशिक एवं राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किये जाएंगे। साथ ही उत्तर भारत से लेकर दक्षिण भारत तक पूरे देश को एकसूत्र में बांधते हुए रामचरण पादुका यात्रा और झांकियां निकाली जाएंगी। यह यात्रा राम वनगमन पथ से गुजरती हुई संपूर्ण देश में निकाली जाएंगी। इसके अलावा नगर संकीर्तन के जरिए प्रदेश के सभी 826 नगर निकायों में प्रतिदिन संकीर्तन का आयोजन होगा।
1111 शंखों के नाद का बनेगा विश्व रिकॉर्ड
प्रमुख सचिव के अनुसार मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रभु श्रीराम से जुड़ी हुई मूर्ति एवं शिल्पकलाओं की कार्यशाला भी आयोजन किया जाएगा। इसके अलावा प्रभु श्रीराम के आदर्श स्वरूपों को दर्शाने वाले 108 चित्रों का चिंत्रांकन उत्तर प्रदेश राज्य ललित कला अकादमी द्वारा ख्याति प्राप्त चित्रकारों के जरिए किया जाएगा। यही नहीं श्रीराम जन्मभूमि पर 1111 शंखों के वादन के जरिए विश्व रिकॉर्ड बनाने की भी तैयारी है। साथ ही साथ ड्रोन शो और 2500 महिलाओं द्वारा तलवार रास कार्यक्रम भी आयोजित किया जाएगा।