Explore

Search
Close this search box.

Search

November 5, 2024 1:27 am

LATEST NEWS
Lifestyle

करोड़ो रुपये से बना सरकारी आवास भवन हो रहा है खंडहर,मुख्यालय में नहीं रहते अधिकारी

Facebook
Twitter
WhatsApp
Email

फरसाबहार। जशपुर जिले के फरसाबहार विकासखंड मुख्यालय में सरकारी कर्मचारी एवं अधिकारियों के लिए करोड़ों रुपए से आवास बनाया गया है। किंतु वँहा रहने वाला कोई नही है। बल्कि इस विकासखंड मुख्यालय के अधिकारी अपने मुख्यालय में न रहकर दूसरे ब्लॉक में ज कर रहते है।
मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र के अधिकारी अपने मर्जी के मालिक है। जब मन करेगा तो मुख्यालय में रहेंगे नही तो कंही भी जा कर रहेंगे। उन्हें इस बात से भी फर्क नही पड़ता की वे मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र में है। और अपने फर्ज का निर्वहन पूर्ण ईमानदारी से करे।

मामला है विकासखंड फरसाबहार के महिला बाल विकास विभाग के परियोजना अधिकारी का। जो मार्च महीने से यंहा पदस्थ है परंतु मुख्यालय में निवास न करके कांसाबेल में रह रहे है। शनिवार एवं रविवार को अगर कोई आवश्यक काम पड़ जाए तो ये उपलब्ध नहीं होंगे।

लोकसभा चुनाव में शिकायत
परियोजना अधिकारी की लोकसभा चुनाव के दौरान शिकायत भी हुई थी कि ये एक विशिष्ट राजनैतिक दल का प्रचार प्रसार कर रहे है। इस अनुविभागीय अधिकारी राजस्व फरसाबहार ने नोटिस भी जारी किया था। कार्यवाही क्या हुई इसकी कोई जानकारी नही है।

मुख्यालय में रहने के लिए एस डी एम ने कहा था

फरसाबहार में पदस्थ महिला बाल विकास विभाग के परियोजना अधिकारी की फरसाबहार के एस डी एम प्रदीप राठिया ने मुख्यालय में रहने के लिए लगभग एक माह पूर्व कहा था किंतु उक्त अधिकारी ने उनके आदेश की अवहेलना करते हुए मुख्यालय में न रह कर कांसाबेल से ही आना जाना किया जा रहा है।

मुख्यालय में रहने के लिए कहा गया

एस डी एम फरसाबहार प्रदीप राठिया ने बताया कि मुझे जानकारी मिली थी कि महिला बाल विकास विभाग के परियोजना अधिकारी मुख्यालय में नही रहते है। तो मैंने उन्हें बुला कर मुख्यालय में रहने के लिए कहा था। अब पुनः जानकारी लेता हूँ। और उच्च अधिकारी को जानकारी देता हूँ।

अधिकारी से संपर्क नही हो पाया
मंगलवार को जब महिला बाल विकास विभाग कार्यालय जा कर संपर्क करने की कोशिश की गई तो जानकारी मिली कि अधिकारी आज कार्यालय ही नही आये है। एवं उनकी कोई सूचना भी नही है। सरकारी गाड़ी लेकर शुक्रवार से गए हुए है।

Amit Soni
Author: Amit Soni

Leave a Comment