रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार ने गुरुवार को स्कूलों और शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण के फैसले को स्थगित कर दिया है। शिक्षक संगठनों के नेताओं के साथ कल द्विपक्षीय वार्ता फेल होने के बाद सरकार ने युक्तियुक्तकरण के मामले को ठंडे बस्ते में डालना ही मुनासिब समझा। कल ही शिक्षक संगठनों ने स्कूल शिक्षा सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेशी से मुलाकात की थी।
कल ही हुई थी स्कूल शिक्षा सचिव के साथ मीटिंग
युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया शुरू होने के बाद राज्य भर के शिक्षक संगठनों ने इसका विरोध किया। शिक्षक नेताओं ने 16 सितंबर को स्कूलों में हड़ताल का ऐलान कर दिया था। हड़ताल की नोटिस के बाद सरकार ने उन्हें बातचीत के लिए बुलाया था। सबसे पहले कल डीपीआई के साथ उनकी बातचीत हुई। उसके बाद स्कूल शिक्षा सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेशी के साथ बातचीत हुई। लेकिन यह बातचीत बेनतीजा रही। शिक्षक संगठनों के नेता युक्तियुक्तकरण का विरोध किया। शिक्षक नेताओं को सत्ताधारी पार्टी के नेताओं का भी समर्थन मिल रहा था।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने सीएम को लिखा था पत्र
कुछ ही दिनों में नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव है, ऐसे में शिक्षक नेता जिस नेता के यहां ज्ञापन देने जा रहे थे। मजबूरी में ही सही उन्हें रिस्पांस देना पड़ रहा था। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव ने तो बकायदा मुख्यमंत्री को पत्र भी लिखा था कि, शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण के फैसले पर विचार किया जाए। इस मामले के जानकारों का कहना है कि, नगरीय निकाय चुनाव में 25-50 वोटों से फैसला होता है। शिक्षकों के एकतरफा विरोध के चलते चुनाव में पासा पलट सकता था। ऐसे में सरकार ने फिलहाल इसकी प्रक्रिया स्थगित कर दी है।
अफसरों ने की मामले पुष्टि
राज्य सरकार के जिम्मेदार अधिकारियों ने बताया कि युद्ध स्तर पर युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया प्रारंभ हो गई थी. लेकिन फ़िलहाल अब इस पर रोक लगा दी गई है। अफसरों ने बताया कि युक्तियुक्तकरण कार्य में लगे अधिकारियों को इसकी सूचना आज भेज दी गई। दो कलेक्टरों ने भी कंफर्म किया है कि, युक्तियुक्तकरण फिलहाल नहीं किया जाएगा।