प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने पुरी पीठ के 145 वें शंकराचार्य के आशीर्वाद से 22 परिवार के 100 सदस्य सनातन धर्म में घरवापसी कराई।
“धर्म की जय हो, अधर्म का नाश हो, प्राणियों में सद्भावना हो, विश्व का कल्याण हो” इस भाव से दिनांक 29/09/24 को अंबिकापुर में अखिल भारतीय घर वापसी प्रमुख प्रबल प्रताप सिंह जूदेव द्वारा आदिगुरु शंकराचार्य परंपरा के संवाहक पूजनीय ऋगवैदिय गोवर्धन-मठ पुरी पीठ के वर्तमान 145 वें शंकराचार्य स्वामी निश्चलानन्द सरस्वती, महाराज पूजनीय शंकराचार्य पुरी पीठाधीश्वर स्वामी श्री निश्चलानंद सरस्वती महाराज के सानिध्य में 22 परिवार के लगभग 100 सदस्यों की घर वापसी करवाई।
ज्ञात हो की श्री शंकराचार्य स्वागत समिति के तत्वाधान में त्रि दिवसीय विशाल हिन्दू राष्ट्र धर्म सभा आयोजन अंबिकापुर में आहूत किया गया था, जिसके समापन समारोह में आज शंकराचार्य ने प्रबल प्रताप सिंह जूदेव को घर वापसी हेतु अपने मंच पर आमंत्रित किया था।
गुरूदेव के प्रभाव से पुनः अपने धर्म में आस्था जताते हुए 22 परिवार के लगभग 100 सदस्यों ने सनातन धर्म स्वीकार किया।
शंकराचार्य जी विगत वर्षो से बड़ी आक्रमकता से गौ हत्या एवं धर्मान्तरण के विरुद्ध अभियान चला रहें हैं। उन्होंने पूरे आंदोलन को हर हिन्दू सेना हो हर हिन्दू सनातनी हो का नारा दिया हैं l उन्होंने बड़ी बेबाकी से अपनी विचार रखे और केंद्र सरकार से गौ हत्या एवं धर्मान्तरण के विरुद्ध कठोरतम कानून लाने का आह्वान किया। शुरू से ही शंकराचार्य के गुरूजी धर्मसम्राट पूजनीय स्वामी करपात्री महाराज का आशीर्वाद प्रबल प्रताप जूदेव के पिता, घर वापसी के प्रणेता कुमार दिलीप सिंह जूदेव एवं जशपुर राजपरिवार को मिलते रहा हैं।
कार्यक्रम में पूजनीय संत गण, वरिष्ठ धर्म रक्षक जनसेवक, क्षेत्र के धर्म प्रेमी एवं अन्य गणमान्य उपस्तिथ रहें।