रायपुर। पंडरी थाना में एक कारोबारी ने अज्ञात जालसाज के खिलाफ शेयर ट्रेडिंग का झांसा देकर एक करोड़ 16 लाख रुपए ठगी करने की रिपोर्ट दर्ज कराई है। कारोबारी ने जालसाज के खिलाफ टैक्स की बकाया रकम जमा नहीं करने पर एफआईआर दर्ज कराने की धमकी देने का आरोप लगाया है।
पुलिस के मुताबिक, पेशे से बेसन का कारोबार करने वाले मोवा, दलदल सिवनी निवासी महेश रामचंदानी ने ठगी की शिकायत दर्ज कराई है। महेश ने पुलिस को बताया है कि उसके पास उसके फेसबुक मैसेंजर के माध्यम से एक फरवरी को फ्रेंड रिक्वेस्ट आया। कारोबारी के अनुसार फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट करने के बाद जालसाज ने कुछ दिनों तक उसके साथ मैसेंजर के माध्यम से चैट किया। इसके बाद जालसाज कारोबारी का मोबाइल नंबर हासिल कर वाट्सए से चैट करने लगा। जालसाज ने कारोबारी को अपना परिचय फैशन डिजाइनर बताते हुए बैंगलुरु का रहने वाला बताया
लालच में मित्र से साढ़े 16 लाख उधार लिए
कारोबारी के अनुसार, उसने जब अपनी रकम विथड्रा करना चाही, तो जालसाज ने कारोबारी से टैक्स की बकाया रकम 40 लाख रुपए देने की मांग की। रकम नहीं देने की स्थिति में पैसा नहीं मिलने का झांसा दिया। इसके बाद कारोबारी ने अपने एक मित्र से साढ़े 16 लाख रुपए उधार लिया। इसी दौरान कारोबारी को आशंका हुई। इसके बाद कारोबारी ने जालसाजों के अकाउंट में रुपए जमा नहीं किया।
रुपए जमा नहीं करने पर ग्रुप से निकाला
कारोबारी के अनुसार ,उसने जालसाजों के अकाउंट में रुपए ट्रांसफर नहीं किया, तो जालसाजों ने उसे वाट्सएप ग्रुप से रिमूव कर दिया। इसके साथ ही जालसाज कारोबारी को कॉल कर टैक्स की रकम जमा करने दबाव बनाने के साथ पुलिस का भय दिखाते रहे
एप डाउनलोड कराकर जाल में फंसाया
महेश के मुताबिक, जालसाज ने उसे अपने चाचा को जेपी मार्गन चेंस कंपनी का असिस्टेंट मैनेजर बताते हुए उसके मार्गदर्शन में एलसीईसी एप के माध्यम से बिटक्वाइन ट्रेडिंग का कारोबार करना बताया। इस तरह का झांसा देकर जालसाज ने कारोबारी को एक एप डाउनलोड कराया। इसके बाद एप के माध्यम से यूके के कंट्री कोड से एक वाट्सएप नंबर मिला। उस वाट्सएप नंबर में कारोबारी को शेयर ट्रेडिंग में 30 प्रतिशत मुनाफा मिलने का झांसा देकर जालसाज ने कारोबारी को ठगी का शिकार बनाया।
कई अन्य वाट्सएप ग्रुप में जोड़कर झांसे में लिया
कारोबारी ने पुलिस को बताया है कि, जालसाज से जुड़े लोगों ने उसे शेयर ट्रेडिंग में भारी मुनाफा कमाने का झांसा देकर अलग-अलग वाट्सएप ग्रुप में जोड़ा। जालसाजों ने कारोबारी को मुनाफा मिलने का झांसा देकर मई तक रकम वसूल की और ठगी का शिकार बनाते रहे।