महादेव एप मामले में आज रविवार को पूर्व सीएम भूपेश बघेल का नाम फिर सामने आने पर उन्होंने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह इस तरह की कार्रवाई से डरने वाले नहीं हैं और इसका डटकर सामना करेंगे। उन्होंने कहा कि मोदी की गारंटी और सीएम विष्णुदेव साय के सुशासन में महादेव एप पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इसे बंद नहीं किया गया है। लोकसभा चुनाव को आते देख बीजेपी घबराई हुई है, डरी हुई है, सहमी है, इसलिए लोकसभा चुनाव को प्रभावित करने के लिए वह इस तरह के हथकंडे अपना रही है। बीजेपी अभी से ही हार मान चुकी है, इसलिए वह इस तरीके से परेशान करना चाहती है पर वह अपने मंसूबे में कामयाब नहीं होगी।
सीएम बघेल ने आगे कहा कि जब यह मामला चार मार्च का था तो फिर आज क्यों उजागर किया गया। आज यह खबर क्यों चली? पहले भी इस पर कार्रवाई होनी चाहिए थी, इस मामले को उसी दिन ईओडब्ल्यू और एसीबी की वेबसाइट पर पर क्यों नहीं चढ़ाया गया? इससे साफ मालूम चलता है कि इसके पीछे बीजेपी की बहुत बड़ी साजिश है। ईओडब्ल्यू के विवरण में ही मेरा जिक्र नहीं है, जबरन नाम डाला गया है। अपराधियों के बयानों को ईडी ने जो आधार बनाया है, उसकी कोई विश्वसनीयता नहीं है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि जो बीजेपी छापे डलवाकर चंदा वसूलती है, वह किस मुंह से इस तरह की बात कह रही है।
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बघेल ने कहा कि बीजेपी ने मान लिया है कि वह राजनांदगांव से लोकसभा चुनाव हार रही है इसलिए मेरे खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की है। बीजेपी मान रही है कि मेरे चुनाव लड़ने से छत्तीसगढ़ की बाकी सीटों पर भी प्रभाव पड़ेगा इसलिए मुझे बदनाम करने की साजिश रच रही है। अपने इस साजिश को अंजाम देने के लिए भाजपा केंद्रीय एजेंसी ईडी और राज्य की ईओडब्ल्यू को हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रही है।
पूर्व सीएम ने कहा कि एफआईआर में जिस तरह से मेरा नाम डाला गया है उसे दर्शाता है कि राजनीतिक साजिश की वजह से मेरा नाम इस्तेमाल किया गया है बाकी अधिकारियों का क्यों नहीं नाम डाला गया है। मेरे कार्यकाल में ही महादेव एप मामले की जांच हुई। कई के खिलाफ कार्रवाई की गई। महादेव एप की तरह जुआ और सट्टे को रोकने के लिए हमने जुआ और सट्टे के अधिनियम में भी परिवर्तन किया। उन्होंने कहा कि हमने ही महादेव एप के संचालक सौरभ चंद्राकर को और रवि उप्पल के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर जारी किया था । हमने ही गूगल को पत्र लिखकर गूगल प्ले स्टोर से महादेव ऐप को हटाने के लिए कहा था।
दरअसल छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल के खिलाफ महादेव एप मामले में रायपुर की आर्थिक अपराध शाखा ने बघेल और अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। मामला आईपीसी की धारा 120बी, 34, 406, 420, 467, 468 और 471 के तहत दर्ज किया गया है। समाचार एजेंसी एएनआई के सूत्रों के मुताबिक, भूपेश बघेल और 21 अन्य के खिलाफ चार मार्च को मामला दर्ज किया गया था। लोकसभा चुनाव से पहले ये मामला कांग्रेस नेता के लिए कई समस्याएं पैदा कर सकता है।