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January 6, 2025 2:25 pm

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सात चरणों में होंगे लोकसभा चुनाव, 19 अप्रैल से 1 जून तक मतदान; 4 जून को नतीजे आएंगे नतीजे, देश में आचार संहिता लागू

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लोकसभा के लिए निर्वाचन आयोग (ईसी) ने चुनाव कार्यक्रम का एलान कर दिया है। इसके साथ ही देशभर में आदर्श आचार संहिता भी लागू हो गई। चुनाव आयोग ने सात चरणों में चुनाव कराने का एलान किया। 19 अप्रैल से शुरू होने वाले लोकसभा चुनाव में आखिरी फेज की वोटिंग एक जून को होगी। वहीं 4 जून को नतीजे आएंगे। आयोग कुछ राज्यों में विधानसभा चुनाव कार्यक्रम और खाली हुई उपचुनाव की सीटों पर भी चुनावों का एलान किया है। यहां पढें लोकसभा चुनाव कार्यक्रम के एलान से जुड़े सभी अपडेट्स…

उत्तर प्रदेश की 80 सीटों में से किस चरण में कितनी सीटों पर मतदान 

पहला चरण: 8 
दूसरा चरण: 8 
तीसरा चरण: 10 
चौथा चरण: 13 
पांचवां चरण: 14 
छठा चरण: 14 
सातवां चरण: 13

लोकसभा चुनाव की मतगणना 4 जून को

पहला चरण
मतदान: 19 अप्रैल
राज्य: 21
लोकसभा सीटें: 102

दूसरा चरण
मतदान: 26 अप्रैल
राज्य: 13
लोकसभा सीटें: 89

तीसरा चरण
मतदान: 7 मई
राज्य: 12    
लोकसभा सीटें: 94

चौथा चरण
मतदान: 13 मई
राज्य: 10
लोकसभा सीटें: 96

पांचवां चरण
मतदान: 20 मई
राज्य: 8
लोकसभा सीटें: 49

छठा चरण
मतदान: 25 मई
राज्य: 7
लोकसभा सीटें: 57

सातवां चरण
मतदान: 1 जून
राज्य: 8
लोकसभा सीटें: 57

नतीजे: 4 जून 2024

सातवें चरण का मतदान जून को होगा

सातवां चरण
मतदान: 1 जून
राज्य: 8
लोकसभा सीटें: 57

छठे चरण का मतदान 25 मई को

छठा चरण
मतदान: 25 मई
राज्य: 7
लोकसभा सीटें: 57

20 मई को पांचवें चरण का मतदान

पांचवां चरण
मतदान: 20 मई
राज्य: 8
लोकसभा सीटें: 49

चौथे चरण का चुनाव 13 मई को

चौथा चरण
मतदान: 13 मई
राज्य: 10
लोकसभा सीटें: 96

तीसरे चरण का मतदान सात मई को होगा

तीसरा चरण
मतदान: 7 मई
राज्य: 12    
लोकसभा सीटें: 94

दूसरे चरण का मतदान 26 अप्रैल को

दूसरा चरण
मतदान: 26 अप्रैल
राज्य: 13
लोकसभा सीटें: 89

पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल 2024 को होगा

मुख्य चुनाव आयुक्त ने लोकसभा चुनाव की तारीखों का एलान कर दिया है। इसके मुताबिक, सात चरणों में लोकसभा चुनाव होंगे। चुनाव के नतीजे चार जून को आएंगे।  

पहला चरण

मतदान: 19 अप्रैल
राज्य: 21
लोकसभा सीटें: 102

‘झूठ के बाजार में रौनक बहुत होती है’

राजीव कुमार ने कहा कि चुनाव आयोग समेत किसी की भी आलोचना करने की पूर्ण स्वतंत्रता है, लेकिन फेक न्यूज, अफवाहें फैलाने की आजादी नहीं है। हर राज्य के अधिकारियों को अधिकार दिया गया है ताकि वे आपत्तिजनक बयानों से जुड़ी पोस्ट हटाने को कह सकें। अगर कोई झूठा नरैटिव फैला रहा है तो हम उसका पुरजोर मुकाबला करेंगे। चुनाव आयोग की वेबसाइट पर झूठ बनाम हकीकत नाम से शृंखला शुरू की जाएगी। मतदाताओं से भी अनुरोध है कि सोशल मीडिया पर जो भी आए, उसे आंख बंदकर आगे न बढ़ाएं। झूठ के बाजार में रौनक बहुत होती 

97 करोड़ वोटर्स, 10 लाख मतदान केंद्र
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि दुनिया के सबसे बड़े और जीवंत लोकतंत्र में चुनाव के कई रंग बनते हैं, दुनिया का ध्यान इन पर रखता है। यह हमारा वादा है कि हम देश का इलेक्शन कुछ इस तरह से कराएंगे कि दुनिया भर में हमारी चुनावी प्रक्रिया को लेकर एक उदाहरण बनेगा। हम ओड़िशा, अरुणाचल, सिक्किम और जम्मू कश्मीर में भी चुनाव कराएंगे।

राजीव कुमार ने कहा कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के चुनाव में लॉजिस्टक्स और प्रबंधन ही सबसे बड़ी चुनौती है। हम स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराएंगे। पिछले दो साल से इसकी तैयारियां चल रही थी। हमारे यहां 97 करोड़ वोटर्स हैं, 10 लाख मतदान केंद्र हैं और 1.5 करोड़ पॉलिंग ऑफिसर्स इस काम में लगे हैं। फेक न्यूज पर एक्शन लेने का तरीका मजबूत हुआ है। 

बीते एक साल 4 महीने में देश में 11 इलेक्शन कराए गए हैं। सभी चुनाव शांतिपूर्ण ढ़ग से कराए गए हैं। चुनाव कराने की प्रक्रिया को लेकर कोर्ट केस और कोर्ट की ओर से की जाने वाली टिप्पणियां कम हुई हैं। 

यंग वोटर्स 1.82 करोड़, 100 साल के ऊपर के 2 लाख लोग
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि अभी जो इलेक्टोरल साइकिल है उसे बताना चाहते हैं। इनपुट के बाद, मैटेरियल, मैनपॉवर और टेक्नोलॉजी की जरुरत होगी। यंग वोटर्स 1.82 करोड़ हैं। मतलब ये पहली बार वोटिंग करेंगे। इसके लिए हमने पिछले 2 साल में कड़ी मेहनत की है। नए वोटर्स में 85 लाख लड़कियां हैं। 82 लाख वोटर्स ऐसे हैं जो 85 साल से ऊपर के हैं। 2 लाख लोग 100 साल के ऊपर हैं। 55 लाख ईवीएम का इस्तेमाल होगा। कोई भी वोटर एपिक नंबर से अपना कार्ड डाउनलोड कर सकता है और मतदान केंद्र की जानकारी ले सकता है।

राजीव कुमार ने कहा कि कार्बन न्यूट्रल चुनाव कराने की कोशिश है। हम पर्यावरण के हिसाब से सस्टेनेंबल चुनाव कराने के लिए भी कदम उठाया है। मतदान होने के बाद मतदान केंद्रों पर ज्यादा कचरा नहीं होगा। चुनाव अधिकारियों को इसे इकट्ठा करके निस्तारित करने के लिए कहा गया है। हमने कागज क इस्तेमाल कम से कम करने की दिशा में कदम उठाया है। ज्यादातर फॉर्म ऑनलाइन उपलब्ध हैं। कार्बन फुट प्रिंट कम करने की दिशा में कदम उठाया गया है।

दागी उम्मीदवारों को देना होगा विज्ञापन
राजीव कुमार ने कहा कि प्रत्याशियों के केवाईसी के डिटेल मतदाताओं को देखने को मिलेंगी। जिनके खिलाफ आपराधिक रिकॉर्ड हैं। उन्हें तीन बार विज्ञापन देना होगा। पार्टियां भी अपनी ओर से जानकारी देंगी। मतदान से जुड़ी कोई शिकायत है तो अपनी फोटो खींचकर हमें भेजें। हम 100 मिनट के अंदर इसे हल करेंगे। हेल्पलाइन 1950 पर शिकायत करें। 

चुनाव आयोग के सामने 4 बड़ी चुनौती
राजीव कुमार ने कहा कि चुनाव आयोग के सामने चार बड़ी चुनौतियां हैं। बाहुबल, धनबल, फेक न्यूज और आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन। इससे निपटने के लिए हमने इंतजाम किए हैं। किसी को बख्शा नहीं जाएगा। 

मसल पॉवर: हम इस बार मलस पॉवर को कम करेंगे। चुनावों में हिंसा नहीं होनी चाहिए। इसके लिए सख्ती करेंगे। हर जिले के कंट्रोल रूम में टीवी, सोशल मीडिया, हेल्पलाइन जहां से भी शिकायत मिलेगी। उस पर कार्रवाई करेंगे। सभी गैर जमानती वारंट को लेकर पुलिस कार्रवाई करेगी

मनी पॉवर: चुनाव में धन बल का उपयोग कुछ राज्यों में ज्यादा है। मनी का मिस यूज नहीं होने देंगे। हमने एजेंसियों के साथ बैठकें की हैं। शराब, कैश, साड़ी जैसी रेवड़ियां जिस राज्य में बंटती हैं, उन्हें रोकेंगे। बैंक कैश की डिमांड पर नजर रखेंगी। डिजिटल वॉलेट से मतदाताओं को पैसे भेजने पर नजर रखी जाएगी।

मिस इंफॉर्मेशन: सोशल मीडिया ने हमें वोटर्स को जागरुक करने में मदद की है। लेकिन हम इसके जरिए फैलाई जाने वाली अफवाह और फेक न्यूज को सहन नहीं कर सकते हैं। फेक न्यूज पर पूरी लगाम लगाई जाएगी। आईटी एक्ट की धारा 69 के तहत राज्यों की अथॉरिटी को पॉवर दी गई है कि वे फेक न्यूज पोस्ट को डाउन कराएं। 

राजीव कुमार ने शेर भी पढ़ा। कहा कि झूठ के बाजार में रौनक तो बहुत है, गोया बुलबुला की तरह फट जाती है, पकड़ भी लोगे तो क्या हासिल हो जाएगा। आलोचना ठीक है, लेकिन फेक न्यूज नहीं चलेगी। इसके लिए मिथ बनाम रियालिटी नाम का पोर्टल लॉन्च करेंगे। फेक न्यूज की शिकायत के लिए वेबसाइट मिलेगी।

MCC उल्लंघन: पार्टियां अपने स्टार कैंपेनर्स की लिस्ट देंगी। किसी की निजी जिंदगी का हनन नहीं होना चाहिए। संपादकों को एडवाइजरी दी है कि किसी की लहर न चलाएं। साफ साफ लिखें कि यह विज्ञापन है। प्रचार अभियान के दौरान लाइन क्रॉस न करें। डिजिटल वर्ल्ड में कोई ऐसी मेमोरी न बनाएं, जो कि आगे भी बार-बार सामने आती रही। प्यार मोहब्बत से प्रचार करें, शोर कम हो। 

537 राजनीतिक पार्टियां ऐसी हैं, जो प्रचार के नाम पर गाड़ियां लेकर दूसरों को दे देती हैं। प्रचार में बच्चों का इस्तेमाल नहीं होगा। स्टार प्रचारक सुचिता के साथ प्रचार करें। सोशल मीडिया पर विपक्षी दलों पर अपमानजनक कमेंट न करें। मतदान प्रतिशत 67 से बढ़े। हमने इसके लिए बहुत मेहनत की है। पार्टियों की निगरानी के लिए 2100 ऑब्जर्वर तैनात हैं। आज कल जल्दी-जल्दी दोस्त बनने की प्रक्रिया ज्यादा चल रही है। नेता कोई ऐसी बात न करें कि दुश्मनी लंबी चले।

बूथ पर क्या सुविधाएं होंगी?

  • मतदान केंद्रों पर दिव्यांग वोटर्स के लिए रैंप होगा। अलग-अलग शौचालय बनेंगे। वॉलेंटियर्स भी मौजूद रहेंगे। 
  • 85 साल से ऊपर के मतदाताओं के घर जाकर वोटिंग कराएंगे। देश में पहली बार ये व्यवस्था एक साथ लागू होगी।
  • ऐसा मतदाता जो 40 प्रतिशत से ज्यादा दिव्यांग है, वह अगर घर से नहीं आना चाहते तो हम उनके घर तक जाएंगे। केवल एक दिव्यांग मतदाता भी होगा तो हम उसके घर तक पहुंचेंगे। उन्हें एक फॉर्म उपलब्ध कराया जाएगा। 
  • जंगल, नदी, बर्फ हर जगह चुनाव आयोग जाएगा, ताकि लोग अपना एक-एक वोटर वोट कर सके। हर दो किलोमीटर के दायरे में पोलिंग बूथ होगा।

  • चुनाव आयोग अब यह सुनिश्चित करना है कि 16 जून से पहले एक नई सरकार का गठन हो जाए। चुनाव के दौरान राजनीतिक दलों के लिए दिशानिर्देशों का एक सेट, आदर्श आचार संहिता, तारीखों की घोषणा होते ही लागू हो जाएगी। आयोग ने देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों का दौरा कर तैयारियों की समीक्षा की है। 
  • भाजपा का लक्ष्य राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के लिए 400 सीटें और खुद के दम पर 370 सीटें जीतना है। इसे विपक्ष के लिए करो या मरो की लड़ाई के रूप में देखा जा रहा है, जो INDI गठबंधन के तहत लड़ रहा है। 
  • भाजपा, कांग्रेस समेत सभी प्रमुख दलों ने लोकसभा चुनाव के लिए आंशिक रूप से उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है और कुछ अन्य राज्यों में सीटों पर चर्चा चल रही है।
  • 2019 के चुनाव में बीजेपी ने 303 सीटें जीतीं, जबकि कांग्रेस को 52 सीटें मिलीं। उस वक्त चुनाव की घोषणा 10 मार्च को की गई थी और यह सात चरणों में कराया गया।
  • अरुणाचल प्रदेश, आंध्र प्रदेश और ओडिशा, सिक्किम विधानसभा का कार्यकाल जून में अलग-अलग तारीखों पर समाप्त हो रहा है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने इस सप्ताह की शुरुआत में कहा था कि चुनाव आयोग सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के बाद जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव पर फैसला करेगा।

वोटिंग और रिजल्ट में होता है 40 से 50 दिन का अंतर

2024: 16 मार्च, यानी आज चुनाव का ऐलान होगा।
2019: 10 मार्च को चुनाव की घोषणा। 11 अप्रैल से 19 मई के बीच मतदान। 23 मई को परिणाम घोषित हुए। 
2014: 5 मार्च को चुनाव का ऐलान। 7 अप्रैल से 12 मई तक 9 चरणों में वोटिंग। 16 मई को नतीजे।

किस गठबंधन के कितने सांसद

NDA334
INDI125
दोनों से अलग84
कुल543

वोटर्स की संख्या में इजाफा
2019: 46.5 करोड़
2024: 49.7 करोड़

मतदाता20192024
कुल मतदाता 89.696.8
पुरुष मतदाता46.549.7
महिला मतदाता43.147.1
थर्ड जेंडर39,68348,044
पीडब्ल्यूडी मतदाता45.6488.35
18 से 19 साल के वोटर1.51.85
Anash Raza
Author: Anash Raza

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