Mahindra Scorpio N Crash Test: नई महिंद्रा स्कॉर्पियो-एन ने अपने ‘सेफ कार्स फॉर इंडिया कैंपेन’ के तहत ग्लोबल एनसीएपी से 5-स्टार क्रैश टेस्ट रेटिंग हासिल की थी. हालांकि, उसी मॉडल को ऑस्ट्रेलेशियन न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम (ANCAP) टेस्टिंग में हाल ही में हुए क्रैश टेस्ट में 0-स्टार रेटिंग मिली है. महिंद्रा ने नई स्कॉर्पियो एन एसयूवी को अप्रैल 2023 में ऑस्ट्रेलिया और अगस्त 2023 में न्यूजीलैंड में पेश किया गया था.
कितना रहा स्कोर
ऑस्ट्रेलेशियन NCAP टेस्टिंग के अनुसार, नई ANCAP सुरक्षा रेटिंग SUV के सभी वेरिएंट पर लागू होती है. यह शून्य रेटिंग ANCAP के अपनाए गए अधिक कठोर प्रोटोकॉल के कारण है, जहां एक कार को ADAS फिटमेंट की आवश्यकता होती है. जबकि यह तकनीक महिंद्रा स्कॉर्पियो एन में उपलब्ध नहीं है. नई महिंद्रा स्कॉर्पियो-एन को एडल्ट पैसेंजर सेफ्टी में अधिकतम 40 में से 17.67 अंक मिले हैं. जबकि चाइल्ड ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन में इस एसयूवी को 49 में से 39.27 अंक दिए गए हैं. यह कमजोर रोड यूजर्स की सेफ्टी में 23 प्रतिशत और सेफ्टी एसिस्ट में 0 प्रतिशत स्कोर करने में भी कामयाब रही.
नाकाफी हैं सुरक्षा फीचर्स
यह एसयूवी स्टैंडर्ड तौर पर डुअल फ्रंटल, साइड चेस्ट-प्रोटेक्टिंग और हेड-प्रोटेक्टिंग एयरबैग से लैस है. एएनसीएपी के अनुसार, साइड हेड-प्रोटेक्टिंग एयरबैग थर्ड रो में बैठे यात्रियों की सेफ्टी के लिए प्रभावी नहीं होते हैं. इसमें सेंटर एयरबैग का भी अभाव है, जो एक यात्री से दूसरे व्यक्ति के संपर्क को रोकता है. ANCAP का असेसमेंट ऑस्ट्रेलिया में उपलब्ध छह सीटों वाले वेरिएंट पर आधारित है. हालांकि, न्यूज़ीलैंड में सेकेंड रो में बेंच-टाइप के साथ 7-सीटर वेरिएंट शामिल है. सेंटर सीट पर लैप-ओनली सीटबेल्ट दिया गया है, जो 3-पॉइंट सीटबेल्ट के समान सेफ्टी प्रदान नहीं करता है.
सुरक्षा फीचर्स की है कमी
महिंद्रा स्कॉर्पियो-एन में ऑटोमेटिक इमरजेंसी ब्रेकिंग (एईबी) सिस्टम और लेन सपोर्ट सिस्टम (एलएसएस) का अभाव है. इसके अलावा, सीटबेल्ट रिमाइंडर सिस्टम केवल आगे की सीटों के लिए उपलब्ध है. एएनसीएपी के अनुसार, स्कॉर्पियो-एन में ड्राइवर मॉनिटरिंग सिस्टम, स्पीड लिमिट इनफॉर्मेशन फ़ंक्शन और चाइल्ड प्रेजेंस डिटेक्शन की सुविधा भी नहीं है. जबकि सात सीटों वाले वेरिएंट के सेकेंड रो या किसी भी वेरिएंट के थर्ड रो में सीटिंग पोजीशनिंग के टॉप में एंकरेज सेंटर में फिट नहीं किया जाता है. ANCAP ने कहा कि “यह वाहन छोटे बच्चों को इन बैठने की स्थिति में ले जाने के लिए उपयुक्त नहीं है.”