राज्य ब्यूरो, रायपुर। छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव तीन चरणों में कराए जाने की तैयारी है है। पहले चरण में बस्तर में चुनाव कराए जाने के साथ ही इसी हफ्ते आचार संहिता लगने की संभावना है। दूसरे चरण में राजनांदगांव, महासमुंद व कांकेर, वहीं तीसरे चरण में दुर्ग, रायपुर, जांजगीर -चांपा, कोरबा, सरगुजा, रायगढ़, बिलासपुर सीट पर मतदान हो सकता है।
निर्वाचन कार्यालय के अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक पिछले चुनावों की स्थिति पर गौर करें तो सभी चरणों के चुनाव के लिए नामांकन भरने के लिए उम्मीदवारों को एक हफ्ते का समय मिला है। इस बार भी वहीं स्थिति देखने को मिल सकती है।
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वर्ष 2004 और 2009 में प्रदेश में एक ही चरण में चुनाव कराया जाता था, लेकिन 2014 में पहली बार तीन चरणों में चुनाव कराए गए। 2019 की लोकसभा में भी यह प्रक्रिया दोहराई गई। अब तक के चुनाव के आंकड़ों के मुताबिक 10 मार्च के बाद आचार संहिता पहली बार लगेगी। इससे पहले 10 मार्च के पहले आचार संहिता लागू हो जाती थी।
इस तारीखों में लगी आचार संहिता
2004-29 फरवरी
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2014 -5 मार्च
2019 -10 मार्च
20240 12 मार्च से 15 मार्च को संभावित
प्रदेश में लोकसभा सीटवार जानकारी
कुल लोकसभा सीट-11
मतदाताओं की संख्या- 2 करोड़ 05 लाख 12 हजार
महिला मतदाता-1 करोड़ तीन लाख 32 हजार 115
पुरुष मतदाता- 1 करोड़ एक लाख 80 हजार 405
तृतीय लिंग मतदाता- 732
दिव्यांग मतदाता- 1 लाख 60 हजार 955
मतदान केंद्र – 24,109
रायपुर में सबसे ज्यादा मतदाता
मतदाताओं की संख्या पर गौर करें तो रायपुर लोकसभा सीट में सबसे ज्यादा 23 लाख 42 हजार से अधिक मतदाता पंजीकृत हैं, वहीं सबसे कम बस्तर लोकसभा सीट पर 14 लाख 59 हजार 977 मतदाता हैं। दूसरे सबसे अधिक मतदाताओं वाले संसदीय सीट में बिलासपुर शामिल हैं, यहां 20 लाख 85 हजार 479 मतदाता पंजीकृत हैं।
लोकसभा वार मतदाताओं की संख्या
लोकसभा क्षेत्र-कुल मतदाता
रायपुर-23,42,827
दुर्ग-20,72,643
बिलासपुर-20,85,479
राजनांदगांव-18,62,021
सरगुजा-10,02,941
रायगढ़-18,29,038
कोरबा-16,09,993
जांजगीर-चांपा-20,44,411
बस्तर-14,59,977
कांकेर-16,50,692
महासमुंद-17,53,230
लोकसभा चुनाव में यह व्यवस्था
1. चुनाव पर्यवेक्षकों के नाम व नंबर सार्वजनिक किए जाएंगे।
2. इंटरनेट मीडिया पर भ्रामक खबरों से निपटने के लिए जिला स्तर पर मीडिया मानिटरिंग सेल बनाया जाएगा।
3. राजनीतिक दलों की शिकायत के बाद जिला चुनाव अधिकारियों को तत्काल एक्शन लेना पड़ेगा।
4. दिव्यांग व बीमार मतदाताओं को भी घर बैठे मतदान करने की सुविधा मिलेगी।
5. 80 के बजाय 85 वर्ष या इससे अधिक आयु वर्ग के बुजुर्ग मतदाताओं को पोस्टल बैलेट की सुविधा मिलेगी।