छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी की तेज तर्रार महिला नेत्री छत्तीसगढ़ की पूर्व राज्यसभा सांसद सरोज पांडे को पार्टी ने कोरबा लोकसभा सीट से चुनाव के मैदान में उतारा है। कोरबा लोकसभा सीट जहां से साल 2019 में भाजपा को हर का सामना करना पड़ा था, यहां सरोज पांडे के चेहरे के दम पर इस इस सीट में जीत का झंडा गाड़ने की कोशिश करेगी। वहीं दूसरी तरफ कोरबा लोकसभा सीट को लेकर ऐसा माना जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी एक बार फिर से ज्योत्सना चरण दास महंत को टिकट दे सकती है। क्योकि कांग्रेस भाजपा महिला कार्ड को महिला प्रत्याशी उतार कर जवाब देने के कयास लगने शुरू हो गए हैं।
सरोज पांडे का राजनीतिक सफर
छत्तीसगढ़ में भाजपा की महिला नेत्री सरोज पांडे ने अपने राजनीतिक कैरियर की शुरुआत भारतीय जनता पार्टी के सदस्य के रूप में की थी। सरोज पांडे पहली बार साल 2000 भिलाई नगर निगम से महापौर बनी थी। उसके बाद वह दूसरी बार साल 2005 में भिलाई नगर निगम से ही महापौर रही है। इसके बाद सरोज पांडे साल 2008 में वैशाली नगर निगम से पहली बार विधायक चुनी गई। विधायक बनने के बाद साल 2009 में सरोज पांडे को भाजपा ने लोकसभा का टिकट दिया, सरोज पांडे दुर्ग लोकसभा सीट से सांसद रही हैं। साल 2013 में सरोज पांडे को भारतीय जनता पार्टी ने महिला मोर्चा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया था। इसके बाद साल 2014 में भाजपा ने दुर्ग लोकसभा सीट से सरोज पांडे को प्रत्याशी बनाया लेकिन वह कांग्रेस के तमराज साहू से चुनाव हार गई। इसके बाद सरोज पांडे को साल 2018 में छत्तीसगढ़ से राज्यसभा सांसद बनाया गया। अब राज्यसभा सांसद का कार्यकाल समाप्त होने के बाद भारतीय जनता पार्टी की नेत्री सरोज पांडे को कोरबा लोकसभा सीट से साल 2024 के चुनाव में प्रत्याशी बनाया गया है।
पार्टी ने कोरबा लोकसभा से चुनाव लड़ने का दे दिया था हिंट
बता दे की सरोज पांडे का राज्यसभा का कार्यकाल 2 अप्रैल को समाप्त होगा। इससे पहले बीते दिनों राज्यसभा सांसद रहते हुए सरोज पांडे ने कोरबा लोकसभा क्षेत्र में विकास कार्यों के लिए 12 करोड रुपए की सौगात दी थी। सांसद निधि से कोरबा लोकसभा क्षेत्र के विकास के लिए सरोज पांडे ने यह पैसे दिए थे। कहीं ना कहीं माना जा रहा है कि सरोज पांडे को पार्टी हाई कमान ने पहले से ही कोरबा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने के संकेत दे दिए थे। सरोज पांडे के द्वारा कोरबा में 12 करोड़ की विकास कार्य की सौगात के बाद से पांडे के कोरबा लोकसभा से चुनाव लड़ने के कयास लगातार लगाए जाने लगे थे।