झारखंड में विधानसभा चुनाव के पहले चरण का चुनावी शोर सोमवार शाम थम गया। बुधवार (13 नवंबर) को पहले दौर में 15 जिलों की 43 सीटों के लिए मतदान कराया जाएगा। इसके साथ ही पहले चरण में उतरे सभी 683 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद हो जाएगी। पहले दौर में सबसे ज्यादा छह सीटें पूर्वी सिंहभूम जिले में हैं। इसके बाद पलामू, पश्चिमी सिंहभूम और रांची जिले की पांच-पांच विधानसभा सीटें हैं, जहां बुधवार को मतदान है। सबसे कम एक-एक सीट कोडरमा और रामगढ़ जिले की है।
पहले चरण के खास चेहरे कौन से हैं?
झारखंड चुनाव के पहले चरण में चर्चित सीटों में सरायकेला, रांची, जमशेदपुर पश्चिम, जगन्नाथपुर और जमशेदपुर पूर्व शामिल हैं। खास चेहरों की बात करें तो, पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन सरायकेला सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री झारखंड चुनाव से पहले अगस्त में भाजपा में शामिल हो गए थे। जमशेदपुर पश्चिम में कांग्रेस के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता का सामना जदयू नेता सरयू रॉय से है। सरयू रॉय ने 2019 के चुनाव में तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुबर दास को शिकस्त दी थी।
जमशेदपुर पूर्व में कांग्रेस के अजॉय कुमार का मुकाबला पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास की बहू और भाजपा उम्मीदवार पूर्णिमा दास से है। जगन्नाथपुर में पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की पत्नी और भाजपा उम्मीदवार गीता कोड़ा का कांग्रेस नेता सोना राम सिंकू से सामना होगा। वहीं, रांची सीट पर 1996 से विधायक और वरिष्ठ भाजपा नेता चंद्रेश्वर प्रसाद सिंह (सीपी सिंह) के सामने झारखंड मुक्ति मोर्चा की मौजूदा राज्यसभा सांसद महुआ माजी हैं।
किनके बीच मुकाबला है?
झारखंड में मुख्य मुकाबला झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व वाले महागठबंधन और भाजपा नीत एनडीए के बीच माना जा रहा है। पहले चरण की कुल 43 में से झामुमो ने 23 सीटों पर तो कांग्रेस ने 17 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। वहीं लालू प्रसाद यादव की राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने कुल पांच सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए हैं जिनमें से दो महागठबंधन प्रत्याशी के खिलाफ भी हैं।
वहीं, दूसरी एनडीए में भाजपा ने 43 में से 36 सीटों पर प्रत्याशी घोषित किए गए हैं। इसके बाद सुदेश महतो की आजसू ने चार, नीतीश कुमार की जदयू ने दो और चिराग पासवान की लोजपा (आर) ने एक सीट पर प्रत्याशी उतारा है। इसके अलावा अन्य छोटे-छोटे दलों ने भी मुकाबले को दिलचस्प बनाने की कोशिश की है।