नई दिल्ली: पेरिस ओलिंपिक 2024 के लिए भारतीय दल का ऐलान हो गया है। नीरज चोपड़ा समेत तमाम भारतीय एथलीट ओलिंपिक खेलों में भाग ले रहे हैं। उसमें से एक भारत की ट्रैक और फील्ड एथलीट ज्योति याराजी भी हैं। आइये उनके बारे में विस्तार से जानते हैं।
ज्योति याराजी (जन्म 28 अगस्त 1999) आंध्र प्रदेश की एक भारतीय ट्रैक और फील्ड एथलीट हैं। वह 100 मीटर बाधा दौड़ में माहिर हैं और भारतीय राष्ट्रीय रिकॉर्ड रखती हैं। उन्होंने 10 मई 2022 को 13.23 सिकेंड के साथ अनुराधा बिस्वाल का लंबे समय से चला आ रहा रिकॉर्ड तोड़ दिया। तब से उन्होंने कई बार यह रिकॉर्ड तोड़ा है।
ज्योति आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम की रहने वाली हैं। उनके पिता सूर्यनारायण एक सिक्योरिटी गार्ड हैं और उनकी मां कुमारी घरेलू सहायक के रूप में काम करती हैं। वो पार्ट टाइम सिटी हॉस्पिटल में क्लीनर के रूप में काम करती हैं। ज्योति ने अपनी स्कूली शिक्षा विशाखापत्तनम पुराने शहर के पोर्ट हाई स्कूल में की। उन्होंने अपनी शिक्षा आचार्य नागार्जुन विश्वविद्यालय से संबद्ध एक कॉलेज में की। बाद में वह हैदराबाद में भारतीय खेल प्राधिकरण के छात्रावास में शामिल हो गईं और कोच ओलिंपियन एन रमेश के तहत दो साल तक ट्रेनिंग की। जिन्हें द्रोणाचार्य पुरस्कार भी मिला। बाद में वह उत्कृष्टता केंद्र में शामिल होने के लिए गुंटूर चली गईं। 2019 से, वह भुवनेश्वर में रिलायंस एथलेटिक्स हाई-परफॉर्मेंस सेंटर में ब्रिटिश कोच जेम्स हिलियर के तहत ट्रेनिंग की।
ज्योति के करियर का मुख्य आकर्षण तब आया जब उन्होंने चीन के हांगझोउ में 2022 के एशियाई खेलों में 100 मीटर बाधा दौड़ में रजत पदक जीता। शुरू में उन्हें एक चीनी एथलीट के साथ गलत शुरुआत के लिए डिस्क्वालीफाई घोषित कर दिया गया था। लेकिन बाद में उन्हें शुरुआत करने की अनुमति दी गई। अंत में एक रिव्यू के बाद, चीनी एथलीट वू यन्नी को डिस्क्वालीफाई कर दिया गया और भारतीय को रजत पदक के लिए प्रमोट किया गया। 2023 की शुरुआत में, उन्होंने अस्तानैन कजाकिस्तान में 2023 एशियाई इंडोर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में रजत जीतने के अलावा, पांच बार इनडोर 60 मीटर बाधा दौड़ के लिए राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ा।