नई दिल्ली। विपक्षी आइएनडीआइए गठबंधन में लोकसभा चुनाव के लिए तालमेल को लेकर जारी ऊहापोह के बीच कुछ सहयोगी दलों के साथ सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस ने लगभग सहमति बन जाने के साफ संकेत दिए हैं।
पार्टी खेमे से मिले संकेतों के अनुसार पंजाब को छोड़कर आम आदमी पार्टी के साथ सीट बंटवारे की बात लगभग तय हो गई है।
सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस की बनी बात
आम आदमी पार्टी दिल्ली में चार-तीन के फार्मूले पर राजी है तो कांग्रेस ने भी गुजरात समेत एक-दो अन्य राज्यों में आप को सीट देने पर सहमत होने के संकेत दिए हैं। महाराष्ट्र में शिवसेना यूबीटी और शरद पवार की एनसीपी के साथ सीट बंटवारा का खाका तैयार हो गया है। झारखंड में झामुमो तो बिहार में राजद से तालमेल में अब कोई अड़चन नहीं है। तमिलनाडु में द्रमुक के साथ पुराने फार्मूले पर ही सीटों का बंटवारा करने पर दोनों पार्टियों में कोई विवाद नहीं है।
सीटों के बंटवारे की खटपट को ज्यादा उछाला जा रहा: कांग्रेस
आईएनडीआईए गठबंधन के दलों से सीटों के तालमेल को लेकर कांग्रेस की लंबे समय से चल रही खींचतान की चर्चाओं के विपरीत पार्टी के एक वरिष्ठ रणनीतिकार ने कहा कि नीतीश कुमार के सियासी पाला बदलने के बाद इसका सहारा लेकर विपक्षी एकता खंडित होने का विमर्श फैलाने की रणनीति के तहत सीटों के बंटवारे की खटपट को ज्यादा उछाला जा रहा है।
आप से कांग्रेस ने बनाई तालमेल
वास्तविकता यह है कि कई जटिलताओं के बावजूद आम आदमी पार्टी से तालमेल पर सहमति बन गई है। दिल्ली में आप जहां सात में से चार सीटों पर लड़ेगी और तीन कांग्रेस के लिए छोड़ेगी। वहीं, गुजरात में कांग्रेस एक सीट आप को देने के लिए सहमत हो गई है। गोवा में दोनों सीटों पर कांग्रेस लड़ेगी और आप को वहां गुंजाइश नहीं दी है। हालांकि हरियाणा में एक सीट छोड़ने के लिए आम आदमी पार्टी का दबाव है और कांग्रेस अभी इस पर विचार कर रही है। पंजाब में दोनों पार्टियां लोकसभा चुनाव में एक दूसरे के खिलाफ मैदान में उतरेंगी इस पर भी सहमति है।
बिहार में सीट बंटवारे पर क्या बोले कांग्रेस रणनीतिकार?
बिहार की नई राजनीतिक परिस्थितियों के मद्देनजर सीट बंटवारे में ज्यादा दिक्कत नहीं होने की बात कहते हुए कांग्रेस रणनीतिकार ने कहा कि बेशक जदयू के अलग होने के बाद कांग्रेस अब पहले से अधिक सीटों पर लड़ेगी। कांग्रेस ने अपनी दावेदारी वाली सीटों की सूची राजद नेतृत्व को सौंप दी है। गठबंधन में भाकपा और माले की भी करीब तीन से चार सीटों पर दावेदारी है।
झारखंड में नहीं आएगी कोई दिक्कत
झारखंड में चम्पाई सोरेन सरकार के सोमवार को विश्वास मत हासिल करने के बाद झामुमो के साथ गठबंधन पहले की तुलना में ज्यादा सुदृढ़ हो गया है और ऐसे में लोकसभा सीट बंटवारे में कोई दिक्कत नहीं आएगी।
राहुल गांधी ने की हेमंत सोरेन की पत्नी से मुलाकात
पार्टी सूत्रों ने कहा कि न्याय यात्रा के क्रम में झारखंड पहुंचे राहुल गांधी ने हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन से सोमवार को मुलाकात कर इसकी राह और सहज कर दी है। ईडी की गिरफ्तारी के बाद हेमंत और झामुमो अब भाजपा से आर-पार की लड़ाई के लिए ताल ठोक रही है और कांग्रेस मजबूती से उनके साथ है।
झामुमो भी तैयार है कि झारखंड की सियासत की अगुवाई वह करेगी तो केंद्रीय राजनीति में कांग्रेस बड़ी भूमिका निभाएगी और लोकसभा सीटों पर इसी हिसाब से सहमति बनाई जा रही है। उन्होंने कहा कि संसद के मौजूदा बजट सत्र खत्म होने के बाद चुनावी तालमेल की तस्वीरें की रूपरेखा साफ कर दी जाएगी।
द्रमुक ने 2019 के आम चुनाव में तमिलनाडु की नौ तथा पुडुचेरी की एक सीट कांग्रेस को दी थी और पार्टी सूत्रों ने इस फार्मूले पर सहमति बनने के संकेत देते हुए कहा कि तमिलनाडु के सियासी मैदान में पांव फैलाने के भाजपा के जबरदस्त प्रयासों से मुख्यमंत्री स्टालिन अवगत हैं। इसलिए द्रमुक-कांग्रेस गठबंधन की मजबूती में उनकी भी प्रतिबद्धता है।
सपा के साथ जल्द सुलझ जाएगा सीट बंटवारे का मुद्दा
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी से गठबंधन को लेकर चल रही खींचतान की खबरों पर कांग्रेस रणनीतिकार ने कहा कि मामला सीटों के बंटवारे का हो तो हर पार्टी अपने हितों को आगे रखती है लेकिन इसमें संदेह नहीं कि सपा और कांग्रेस के बीच मिलकर लड़ने पर सैद्धांतिक सहमति है। सीटों की संख्या का मसला आगे-पीछे सुलझ जाएगा।
टीएमसी के साथ चल रही है बातचीत
पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के अकेले चुनाव लड़ने के ऐलान के बावजूद कांग्रेस रणनीतिकार ने दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस से सीट बंटवारे की चर्चा अब भी चल रही है और तालमेल की संभावनाएं अभी खत्म नहीं हुई हैं।