छत्तीसगढ़ शिक्षक संघर्ष माेर्चा द्वारा पूर्व सेवा की गणना, क्रमाेन्नति, समयमान वेतनमान, वेतन विसंगति, पूर्ण पेंशन, लंबित महंगाई भत्ता एवं एरियर सहित विभिन्न मांगाे लेकर 02 अक्टूबर काे राजधानी रायपुर में एकदिवसीय सत्याग्रह पदयात्रा के माध्यम से आंदोलन कर रही है, जिसके लिए संघर्ष माेर्चा ने सभी से अधिक से अधिक संख्या में शिक्षकाे की उपस्थिति के लिए अपील कर रही है, एल बी संवर्ग के महत्वपूर्ण एवं बहु प्रतिक्षित मांग जाे सभी वर्ग के लिए आवश्यक है।
इसकाे ध्यान में रखते हुए छत्तीसगढ़ वाणिज्य व्याख्याता संघ के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु प्रसाद साहू, प्रदेश उपाध्यक्ष ममता वाडदे , गीता नायर, प्रदेश संचालक खाेमन लाल साहू, प्रदेश सचिव विवेक धुर्वे, प्रदेश संरक्षक जगदीश दिल्लीवार , शिवशंकर सिंह ( बस्तर), भारती साहू ( राजनांदगांव), चंद्रकला साहू ( सरगुजा), जीसी देवांगन( जांजगीर चापा), मधुसूदन (बीजापुर), रवि गुप्ता( कवर्धा), अनिल जैन( जगदलपुर), रश्मि पटेल( रायपुर) चेतना गुप्ता( रायपुर), सुधीर दूबे( जशपुर), नवीन साहू ( धमतरी), मिताली ( डाेंगरगांव), एल एन साहू ( बेमेतरा), माेना प्रधान( दुर्ग), रामनारायण शर्मा( कांकेर), अजय चंद्राकर( महासमुंद), वृत्युंजय भारती (धमतरी), श्यामद्ववेदी( महासमुंद), सीबा(बालाेद), दीपक ( रायगढ़), याेगेश्वर दिवान ( गरियाबंद), विनय साहू ( दंतेवाड़ा), उमाशंकर साहू ( दंतेवाड़ा), वासु देवांगन ( मानपुर- माेहला) एवं अन्य सभी पदाधिकारियों एवं सदस्याे ने समर्थन दिया।
मोर्चा के संचालकों ने बताया क्यों हैं आंदोलन कि जरूरत..
समस्त संविलियन प्राप्त शिक्षक विभिन्न विसंगतियों से घिरे हुए हैं, जिसमे प्रमुख रूप से प्रथम नियुक्ति तिथि से सेवा गणना न कर संविलियन तिथि से समस्त लाभ दिए जाने के शासन के निर्णय से पूरा शिक्षक एल बी संवर्ग ठगा सा महसूस कर रहा है क्योंकि संविलियन तिथि से गणना करने पर न तो पुरानी पेंशन में पूर्ण पेंशन मिलेगा, न ही ग्रेज्युटी का पूरा लाभ मिलेगा, न क्रमोन्नति/समयमान का लाभ मिल पा रहा है जिससे वेतन में भारी विसंगति आ गई है। पदोन्नति सभी वर्गों में न होने की वजह से एक ही पद में 20 से 24 साल भी हो गए है जिससे शिक्षक एल बी संवर्ग का मनोबल टूट रहा है।
शिक्षक मोर्चा के प्रांत संचालक वीरेंद्र दुबे,संजय शर्मा,मनीष मिश्रा व विकास राजपूत ने बताया कि उपरोक्त सभी समस्याओं के समाधान हेतु विभागीय अधिकारियों से कई दौर की बात भी हो चुकी है किंतु अभी तक आपेक्षित परिणाम नही मिला है जिसके कारण शिक्षक LB संवर्ग में आक्रोश व्याप्त है। ज्ञापन व पत्राचार से शासन को अपनी मांगों से अवगत करा चुके हैं ,अब मजबूरन हमें आंदोलन का रास्ता अख्तियार करना पड़ रहा है।