भाजपा ने पार्टी संविधान में बदलाव किया गया है। इसके तहत पार्टी का संसदीय बोर्ड आपातकालीन परिस्थितियों में कार्यकाल और उसके विस्तार सहित भाजपा अध्यक्ष से जुड़े फैसले ले सकेगा।
भाजपा के दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन के आखिरी दिन संविधान में बदलाव का प्रस्ताव पारित किया गया। यह प्रस्ताव पार्टी महासचिव सुनील बंसल की ओर से पेश किया गया। पार्टी के मौजूदा संविधान के अनुसार, कम से कम 50 फीसदी राज्यों में संगठन चुनाव के बाद ही राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव किया जा सकता है। राज्य भाजपा संगठन का चुनाव जिला निकायों आदि के चुनावों पर भी निर्भर है।
सूत्रों ने कहा कि पार्टी जब विधानसभा या लोकसभा चुनावों की तैयारी में व्यस्त रहती है तो आंतरिक चुनावों के लिए निर्धारित प्रक्रिया का पालन करना कठिन होता है। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल जून 2024 तक के लिए बढ़ा दिया गया है। हालांकि पार्टी ने संशोधन के पीछे विवरण और वजह के बारे में विस्तार से नहीं बताया है। लेकिन, सूत्रों ने कहा कि इसका ताल्लुक उसके अध्यक्षों की भविष्य की नियुक्तियों से हो सकता है।
ऐसे होता है अध्यक्ष का चुनाव
भाजपा के संविधान की धारा 19 में राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की पूरी प्रक्रिया बताई गई है। पार्टी अध्यक्ष का चुनाव राष्ट्रीय परिषद करती है। हालांकि भाजपा में अभी तक आम सहमति से ही अध्यक्ष बनते आए हैं और चुनाव की नौबत नहीं आई। भाजपा का अध्यक्ष बनने के लिए जरूरी है कि व्यक्ति कम से कम 15 साल तक पार्टी का प्राथमिक सदस्य रहे। अध्यक्ष के निर्वाचन मंडल में राष्ट्रीय परिषद और प्रदेश परिषद शामिल होती हैं। निर्वाचक मंडल के कुल 20 सदस्य राष्ट्रीय अध्यक्ष की योग्यता रखने वाले व्यक्ति के नाम का प्रस्ताव रखते हैं। यह संयुक्त प्रस्ताव कम से कम 5 ऐसे प्रदेशों से भी आना जरूरी है, जहां राष्ट्रीय परिषद के चुनाव संपन्न हो चुके हों। पार्टी के संविधान की धारा 21 के मुताबिक, कोई भी सदस्य 3-3 वर्ष के लगातार 2 कार्यकाल तक ही अध्यक्ष रह सकता है।
सीएम और उपमुख्यमंत्रियों की हुई बैठक
अधिवेशन के समापन के बाद भाजपा के मुख्यमंत्रियों और उपमुख्यमंत्रियों की बैठक हुई। इसमें आगामी लोकसभा चुनावों में 370 सीटें जीतने की पार्टी की रणनीति और शासन के मुद्दों पर चर्चा की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नड्डा भी बैठक में शामिल हुए। बाद में पीएम ने सोशल मीडिया पर कहा कि भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और उपमुख्यमंत्रियों के साथ बैठक हुई। राज्यों के विकास पथ को और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की गई ताकि विकसित भारत के निर्माण में हम डबल इंजन का लाभ उठा सकें।
कांग्रेस समेत अन्य दलों के नेता अगले कुछ हफ्ते में हो सकते हैं शामिल
पार्टी के कुछ नेताओं ने संकेत दिए कि कांग्रेस समेत विभिन्न दलों के कई नेता अगले कुछ हफ्तों में पार्टी में शामिल हो सकते हैं। पार्टी इन नेताओं को लोकसभा चुनाव में 370 सीटें जीतने के मकसद से शामिल करेगी। पार्टी के एक नेता ने कहा कि वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलनाथ अपने बेटे नकुल नाथ समेत पार्टी में शामिल हो सकते हैं।