रायपुर। भाजपा के राष्ट्रीय संगठन ने विधानसभा चुनाव की तरह ही लोकसभा चुनाव के लिए भी पन्ना और पेज प्रभारियों को बड़ा जिम्मा दिया है। एक-एक बूथ को लेकर रणनीति बनी है। एक बूथ में आमतौर पर आठ से 12 सौ तक मतदाता रहते हैं। एक पेज में 30 मतदाता होते हैं। इसी के साथ के साथ एक पन्ने में आगे पीछे मिलाकर 60 मतदाता होते हैं। ऐसे में दो पेज प्रभारी और एक पन्ना प्रभारी मिलाकर तीन-तीन कार्यकर्ता एक पन्ने के लिए तय हैं। इन तीन कार्यकर्ताओं में 20-20 मतदाताओं को बांटा गया है। एक-एक कार्यकर्ता को अपने हिस्से के मतदाताओं से वन टू वन करके उनकी पूरी जानकारी लेनी है। यह काम विधानसभा के समय भी किया गया था और अब भी लोकसभा में कार्यकर्ता एक-एक मतदाता से वन टू वन कर रहे हैं और उनको भाजपा के लिए
मतदान करने के लिए प्रेरित भी कर रहे हैं।
सभी 11 सीटें जीतने का लक्ष्य
विधानसभा चुनाव में जहां 50 से ज्यादा सीटें जीतकर सत्ता में वापसी का लक्ष्य था, वहीं इस बार लोकसभा में सभी 11 सीटें जीतने का लक्ष्य है। भाजपा को आज तक कभी भी 11 सीटें नहीं मिली है। भाजपा दो बार दस-दस सीटें जीती है। पिछले लोकसभा चुनाव में माजया ने विधानसमा में बड़ी हार के बाद भी 9 सीटें जीती थीं। इस बार सभी 11 सीटे जीतने का लक्ष्य है। ऐसे में पन्ना और पेज प्रभारी लगातार काम कर रहे हैं।
विधानसभा में सफल हुई थी रणनीति
भाजपा ने पन्ना और पेज प्रभारी बनाकर विधानसभा में भी काम किया था। भाजपा के राष्ट्रीय संगठन ने सबसे पहले यह प्रयोता गुजरात में किया था तो वहां पर इसमें बड़ी सफलता मिली थी और भाजपा को विधानसभा में ज्यादा सीटें मिली थीं। इसके बाद भाजपा ने यही प्रयोग बीते साल पांच राज्यों की विधानसभाओं में भी किया। इसमें छत्तीसगढ़ भी शामिल है। इसमें बड़ी सफलता मिली और छत्तीसताढ़ में एक बार फिर से भाजपा की सरकार बनी है।
कार्यकर्ता जुटे हैं काम में
पन्ना और पेग प्रभारी लगातार अपना काम कर रहे है। इनकी मेहनत के कारण विधानसभा में बड़ी सफलता मिली थी, अब लोकसभा में भी इस बार सनी ।। सीटें जीतने के लक्ष्य पर काम हो रहा है।