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रायगढ़। रायगढ़ में एक इंटीग्रेटेड स्पोट्र्स कॉम्पलेक्स का सपना भी देखा जा रहा है। सरकार ने प्रारंभिक तौर पर इसे मान्यता दे दी है। इसकी लागत करीब सौ करोड़ हो सकती है। अभी जगह फाइनल नहीं हो सका है। बताया जा रहा है कि इसके लिए ऐसी जगह तलाशी जा रही है जहां निजी जमीन न हो।
नई सरकार ने सत्ता संभालने के बाद नए-नए प्रोजेक्ट लॉन्च किए हैं। कल्याणकारी योजनाओं के अलावा ऐसे विकासशील प्रोजेक्ट भी शुरू किए जा रहे हैं जो राज्य के भविष्य की नींव रख सकें। शिक्षा, सडक़ और खेल के मामले में कुछ निर्णय लिए गए हैं। उसी में से एक इंटीग्रेटेड स्पोट्र्स कॉम्पलेक्स भी है। रायगढ़ और जशपुर जिले में अलग-अलग खेलों के कई प्रतिभावान खिलाड़ी हैं, लेकिन संसाधनों की कमी के कारण ये अपनी चमक नहीं बिखेर पाते। न तो इनको खेलों के लिए अच्छे मैदान मिलते हैं और न ही दूसरी सुविधाएं। रायगढ़ में खेल-खिलाडिय़ों के साथ दोयम दर्जे का बर्ताव होता रहा है।
अब शायद यह नजरिया बदलेगा क्योंकि सरकार ने रायगढ़ और जशपुर दोनों जिलों में एक विशाल इंटहीग्रेटेड स्पोट्र्स कॉम्पलेक्स की नींव रखी जा रही है। प्रोजेक्ट का ब्लूप्रिंट तैयार किया जा चुका है। वित्त मंत्री ओपी चौधरी के निर्देशन में प्रोजेक्ट तैयार हो रहा है। एक कॉम्पलेक्स या स्टेडियम की लागत सौ करोड़ हो सकती है। यहां फुटबॉल, हॉकी, क्रिकेट, शूटिंग, बैडमिंटन, बास्केटबॉल, टेबल टेनिस, तैराकी जैसे आउटडोर और इंडोर खेलों के लिए स्तरीय ग्राउंड तैयार होंगे। शासकीय भूमि की तलाश की जा रही है। शहर से कुछ दूर पर ही इसे बनाया जा सकेगा। रायगढ़ के अलावा कुनकुरी में भी इस प्रोजेक्ट को मंजूरी दी गई है।
राष्ट्रीय स्तर की खेल प्रतियोगिता होगी आयोजित
वर्तमान में रायगढ़ जिले में तमाम खेलों के लिए उस स्तर के ग्राउंड नहीं हैं। इसलिए ऐसे प्रोजेक्ट की कल्पना की गई है। इसके निर्माण में कम से कम दो साल लगेंगे। अत्याधुनिक ड्राइंग-डिजाइन से इसे तैयार किया जाएगा। यह तैयार होने के बाद कई खेलों की राष्ट्रीय प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जा सकेंगी। कुनकुरी और रायगढ़ के खिलाडिय़ों को स्थानीय स्तर पर भी वही सुविधाएं मिलेंगी जो दिल्ली-मुंबई में मिलती हैं।