माह-ए- रमजान में महीने भर की इबादत का सिलसिला ईदुल फितर की नमाज के साथ पूरा हो गया। गुरुवार को राज्य भर में ईदुल फितर का त्योहार पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। लोगों ने ईद की नमाज अदा कर मुल्क और कौम की तरक्की के लिए दुआ मांगी। शहर और जिले की बाकी मस्जिदों में भी ईद की नमाज अदा की गई है।ईद की नमाज अदा करने के बाद लोगों ने एक दूसरे को गले लगकर ईद की मुबारकबाद दी। इसके बाद एक दूसरे के घरों पर जाकर मुबारकबाद देने का सिलसिला शुरू हुआ। सिवईयां और खास तरह के व्यंजनों से लोग मेहमानों का स्वागत कर रहे हैं। ईद की नमाज के बाद सड़कों पर लोग उत्साह में नजर आए।
नंदिनी नगर अहिवारा नुरानी मस्जिद में अदा हुई ईद की नमाज
मुस्लिम समाज नंदिनी नगर (अहिवारा) द्वारा ईदुल फित्र की नमाज ईदगाह मैदान, वार्ड नंबर – 12, नंदिनी नगर में अदा की जाने वाली थी जो कि खराब मौसम के कारण नुरानी मस्जिद वार्ड नं. 11 में सुबह 9 बजे अदा की गई। नुरानी मस्जिद, नंदिनी नगर के इमाम मोहम्मद फरीद साहब ने ईदुल फित्र की नमाज अदा कराई। नमाज के बाद देश में अमन शांति एवं सेना एवं पुलिस के जवानों के विशेष दुवा की गई। इसके अलावा रमजान के दौरान रोजेदारों और मस्जिद की खिदमत करने वाले बच्चों एवं नमाजे तरावीह पढ़ाने वाले हाफिज मोहम्मद जाबिर साहब का और इत्तेकाफ में बैठे हजरात का इस्तकबाल किया गया। इस मौके पर नुरानी मस्जिद कमेटी नंदिनी नगर के सदर शान मोहम्मद, नायब सदर शेख बशर, मेम्बर नसीम अंसारी, मोहम्मद इजरान, अहमद अंसारी, सरवर अली और बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के लोग मौजूद थे। यह जानकारी मुस्लिम समाज के सदर (अध्यक्ष) शान मोहम्मद ने दी।
कवर्धा में धूमधाम से मनाई गई ईद:जामा मस्जिद में मुस्लिम भाइयों ने अदा की नमाज, एक-दूसरे से कहा- ईद मुबारक छत्तीसगढ़ के कबीरधाम जिले में भी धूमधाम से ईद मनाई जा रही है। गुरुवार सुबह बच्चे-बड़े, बुजुर्ग सभी ने नए कपड़े पहनकर ईद की नमाज अदा की। इसके लिए शहर के जामा मस्जिद में भारी संख्या में मुस्लिम धर्मावलंबी पहुंचे।
बारिश होने पर भी लोगों का उत्साह कम नहीं हुआ। ईदगाह कि जगह नमाज़ जामा मस्जिद में पढ़ी गई और दो पाली में ईद उल फ़ित्र कि नमाज़ अदा की गई। एक बार 08:30 बजे और दुसरी पाली में 09:30 बजे नमाज अदा की गई।जिसके बाद नमाज़ के बाद देश के अमन और शांति के लिए दुआ की गई, देश के सभी निवासियों के आपसी भाईचारा के साथ रहने, आपस मे मोहब्बत के साथ रहने के लिए खासकर दुआ की गई। नमाज़ के बाद सभी लोग आपस में गले लग कर ईद की मुबारकबाद दी और फिर सभी कब्रिस्तान जाकर अपने मृत बुजुर्गों और रिश्तेदारों के लिए दुआ मगफिरत की।