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रायगढ़ : धरमजयगढ़ वन मंडल में जंगली हाथियों की बढ़ती संख्या से लोगों में दहशत का माहौल है। हाथी प्रतिदिन तोड़फोड़ कर नुकसान पहुंचा रहे हैं। इससे ग्रामीणों में दहशत का माहौल है।
रायगढ़ जिले के जंगलों में साल भर जंगली हाथी रहते है। ये हाथी आये दिन रिहायशी इलाकों में प्रवेश कर लोगों को नुकसान पहुंचाते हैं। शनिवार की देर शाम धरमजयगढ़ विधानसभा क्षेत्र के ग्राम एडूकला में हाथियों के एक दल को कुरकुट नदी के किनारे विचरण करते देखा गया। मौके पर लोगों की भारी भीड़ जुट गई। गांव के पास हाथियों के पहुंचने का फोटो-वीडियो इंटरनेट मीडिया में तेजी के साथ प्रसारित होने लगा। कुछ धरमजयगढ़ वन मंडल के छाल रेंज के अंतर्गत ग्राम एडूकला पहुंचे और यहां शासकीय उचित मूल्य की दुकान की ग्रिल गेट को तोड़कर करीब 10 बोरी चावल खा गए।घटना की जानकारी मिलने पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंचकर नुकसान का आंकलन करने में जुटी है।
अलग-अलग झुंड में 50 से अधिक हाथी
गांव के ग्रामीणों ने बताया कि छाल रेंज के अंतर्गत आने वाले एडूकला गांव में बीते 10 दिनों से अधिक समय से 50 से अधिक जंगली हाथियों का दल क्षेत्र के जंगलों में विचरण कर रहे हैं। जिससे शाम होते ही गांव में लोग अपने घरों से निकलने में डरने लगे हैं।गांव के ग्रामीणों के अनुसार वर्तमान में हाथियों का यह बड़ा दल एडूकला क्षेत्र के कुरकुट नदी के आसपास विचरण कर रहा है। इसके बावजूद इस गांव के आसपास के गांव कुकरीचोली, पुसल्दा,भेंगारी, चारमार,बोजिया, पाणीखेत, बिलासखार के अलावा एक दर्जन से अधिक गांव में दहशत का माहौल निर्मित हो गया है। हाथियों की आमद की जानकारी मिलते ही वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंच गई है।