पाली : क्षेत्र से सड़क हादसों की कई वीभत्स तस्वीर सामने आती रहती हैं,कभी वाहन चलाने वालों की लापरवाही तो कभी सड़क पर चलने वालों के वजह से कई लोग हादसों का शिकार हो जाते हैं। मंगलवार को पुन: तेज रफ्तार का कहर इस मार्ग में देखने को मिला। तेज गति से जा रही एक बोलेरो ने स्कूटी सवार एक शिक्षिका को टक्कर मार दी। घटनास्थल पर ही शिक्षिका की मृत्यु हो गई। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने वैधानिक कार्रवाई के बाद शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
पाली थाना अंतर्गत पुराना पानी टंकी के पास किराए के मकान में कृषि विभाग पाली में ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी के पदस्थ विश्वेष दुबे अपने पत्नी स्वाति दुबे 30 वर्ष से निवासरत हैं। स्वाति डीएवी स्कूल में शिक्षिका के पद पर कार्यरत हैं। बताया जा रहा है कि सुबह 5.30 बजे स्वाति घर से अपनी स्कूटी क्रमांक सीजी 04 एएस 5664 में सवार किसी कार्यवश पाली से पोड़ी की ओर गई हुई थी, वहां से वापस अपनी घर की ओर लौट रही थी। इसी दौरान केराझरिया कोसाबाड़ी के पास सुबह 6.30 बजे तेज रफ्तार बोलेरो क्रमांक सीजी -10 एएल7464 के वाहन चालक ने लापरवाही पूर्वक वाहन चलाते हुए स्कूटी में सवार स्वाति को अपनी चपेट में ले लिया। हादसा इतना जबरदस्त था कि बोलेरो चालक ने स्कूटी व सवार महिला को काफी दूर कर घसीटते हुए ले गया। इस दौरान बोलेरो की टक्कर से महुआ का पेड़ भी गिर गया। बाद में दूसरे पेड़ से टकरा से बोलेरो रूकी।
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घटना में स्कूटी सवार स्वाति दुबे की मौके पर दर्दनाक मौत हो गई। वहीं बोलेरो के सामने के हिस्सा व स्कूटी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। इंटरनेट मीडिया में दुर्घटना की खबर फैलते ही लोगों की भीड़ स्थल पर लग गई। बाद में महिला की पहचान स्वाति के रूप में हुई। जानकारी मिलते ही कृषि विभाग के अधिकारी- कर्मचारी पहुंच गए।इस बीच किसी ने डायल 112 व पाली पुलिस को घटना को सूचना दी। हालांकि डायल 112 ने स्वाति को सामुदायिक स्वास्थ्य ले गए, पर डाक्टरों ने परीक्षण के साथ ही मृत घोषित करदिया। स्थल पर पहुंची पुलिस ने वैधानिक कार्रवाई की। बाद में शव का पोस्टमार्टम करा स्वजनों को अंतिम संस्कार के लिए सौंप दिया। वहीं दोनों वाहन को जब्त कर थाना ले गई। घटना के बाद फरार हुए बोलेरो चालक के विरूद्ध अपराध पंजीबद्ध उसकी पतासाजी की जा रही है। पुलिस की काफी कोशिश के बाद भी पाली क्षेत्र में वाहनों की तेज रफ्तार पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। चालक ट्रैफिक नियमों को ताक पर रखकर वाहन चलाते देखे जाते है। इससे दुर्घटनाओं में अंकुश नहीं लग पा रहा है। पुलिस व प्रशासन अपने स्तर पर तेज रफ्तार पर अंकुश लगाने प्रयासरत है, लेकिन वाहन इनकी लगातार अनदेखी कर रहे हैं।
बताया जा रहा है कि विश्वेष दुबे व स्वाति दुबे के दो बच्चे हैं। पहले बच्चे की उम्र लगभग तीन वर्ष है। इस घटना में दोनों बच्चों के सिर से मां की ममता का साया उठ गया। स्वाति की मौत की खबर मिलते ही पूरे पाली समेत आसपास गांव में शोक की लहर दौड़ गई। घटना को लेकर क्षेत्र के लोगों में काफी नाराजगी व्याप्त है।