छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल 10वीं और 12वीं परीक्षा के नतीजे कल जारी होंगे
खैरागढ़-छुईखदान-गंडई- भालुओं का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। कभी घरों को घुस जाते हैं तो कभी लोगों को कुचल देते हैं। ऐसे में लोगों को काफी परेशानियों का सामना उठाना पड़ता है। कई बार खुद की जान भी गवानी पड़ती है। ऐसे ही कुछ खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले के ग्राम देवरी में हुआ है। यहां पर तेंदूपत्ता तोड़ने गए दंपती पर भालू ने जोरदार हमला कर दिया है। इस हमले में दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।
भालू के हमले के बाद दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसी बीच जानकारी मिली कि, पति-पत्नी दोनों तेंदुपत्ता तोड़ने के लिए जंगल में गए हुए थे। इस दौरान उनकी पत्नी पर भालू ने हमला कर दिया, जिसके बाद पत्नी को बचाने की वजह से भालू ने मुझ पर भी हमला कर दिया और वे दोनों घायल हो गए।
जनहानि मामले होने की वजह से खैरागढ़ के एसडीओ मोना माहेश्वरी को इस बात की जानकारी गई। वन विभाग ने घटना का पूरा प्रकरण बना कर एसडीओ को दे दिया है। अब इस मामले को लेकर मुआवजा मिल सकता है।
दरअसल, जंगल में पानी की कमी भालुओं को गांव की तरफ ले आती है। वे खाना और पानी की तलाश में भटक-भटकर जंगल से सड़कों की तरफ आने लगते हैं। ऐसे में वन विभाग और सरकार को यह ध्यान देना होगा कि, जंगलों में ही भालुओं के लिए सभी तरह की व्यव्स्था की जाए ताकी इस तरह घटनाओं बार-बार सामने ना आए।