छत्तीसगढ़ में पड़ रही भीषण गर्मी को देखते हुए राज्य शासन ने ग्रीष्मकालीन अवकाश घोषित कर दिया है। यह अवकाश 15 जून तक रहेगा। 22 अप्रैल से 15 जून तक ग्रीष्मकालीन अवकाश रहेगा। प्रदेश में लगातार तापमान बढ़ रहा है। इसको देखते हुए शासकीय, अनुदान प्राप्त और निजी स्कूलों में ग्रीष्मकालीन अवकाश घोषित किया गया है। इससे पहले एक मई से 15 जून तक ग्रीष्मकालीन अवकाश घोषित किया गया था, जिसमें आंशिक संशोधन किया गया है।
ये आदेश शासकीय स्कूलों के शिक्षकों पर लागू नहीं
स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से जारी आदेश में बताया गया है कि 22 अप्रैल से 15 जून तक ग्रीष्मकालीन अवकाश रहेगा। 16 जून को स्कूल खुलेगा। जारी आदेश के मुताबिक, ये आदेश शासकीय स्कूलों के शिक्षकों पर लागू नहीं होगा। राजधानी रायपुर में तापमान 42 डिग्री के पार चल रहा है। प्रदेश के पांच जिलों में पारा 41-42 डिग्री से ऊपर है। ऐसे में मौसम की मार सबसे ज्यादा स्कूली बच्चों पर पड़ रही थी। भीषण गर्मा और लू चलने से बच्चे परेशान थे। इससे पहले शासन ने स्कूलों के समय में बदलाव करते हुए सुबह 7.30 से 11.30 तक करने का आदेश जारी किया था। हाल ही में गर्मी को देखते हुए छत्तीसगढ़ प्राइवेट स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन ने भी रायपुर जिला कलेक्टर डॉ. गौरव कुमार सिंह को पत्र लिखकर ग्रीष्मकालीन अवकाश की घोषणा करने का अनुरोध किया था।
सबसे गर्म जिला रहा राजनांदगांव
प्रदेश में आज सबसे गर्म जिला राजनांदगांव रहा है। यहां सर्वाधिक अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। वहीं सबसे कम न्यूनतम तापमान अंबिकापुर में 21 डिग्री दर्ज किया गया है। साथ ही रायपुर में 42.2 डिग्री, माना एरपोर्ट में 41.4, बिलासपुर में 42,अंबिकापुर में 40.2, दुर्ग में 42.8 और राजनांदगांव में 43 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान दर्ज किया गया है। वहीं राजनांदगांव में सामान्य से आठ डिग्री ज्यादा अधितम तापमान रहा।