राजनीतिक पार्टी का प्रचार करने वाले दो कर्मचारियों को कलेक्टर ने किया सस्पेंड
बरेली के भुता क्षेत्र में दो सगे भाइयों की मौत से गांव अंगदपुर खमरिया में मातम पसर गया। गांव निवासी हरीश कुमार के दो बेटे अनिल व सुनील थे। बड़ा बेटा अनिल बरेली के हरुनगला में परचून की दुकान पर काम करता था। दूसरा बेटा सुनील रुद्रपुर की फैक्टरी में काम करता था।
बुधवार को दोनों की बात हुई तो सुनील ने कहा मैं शाम तक बरेली आ जाऊंगा। दोनों साथ घर चलेंगे। सुनील को बरेली आते-आते रात के 10 बज गए। तब दोनों भाई बाइक से घर के लिए चल दिए। मरेला चौकी के पास अज्ञात वाहन की टक्कर से दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।
हरीश दोनों बेटों के घर आने का इंतजार कर रहे थे। अचानक उनके फोन की घंटी बजी। पुलिस ने बताया कि उनके दोनों बेटों की मौत हो गई है। यह सुनकर हरीश बेहोश हो गए। मां माला देवी का भी बुरा हाल हो गया। हरीश के दो ही बेटे थे। इनमें अनिल की शादी हुई थी। उनकी दो साल की बेटी है। हरीश अपनी ससुराल में रह रहे थे। वह मूल रूप से पीलीभीत के बीसलपुर थाने के गांव शहबाजपुर के निवासी हैं।
कैश वैन की टक्कर से बीसलपुर के व्यापारी की मौत
बिथरी चैनपुर क्षेत्र में बीसलपुर निवासी कविश पांडेय वहां पूजन सामग्री की दुकान चलाते हैं। बृहस्पतिवार दोपहर वह अपने मित्र यश गंगवार के साथ बाइक से बीसलपुर से बरेली आ रहे थे। कमुआ मोड़ पर शाहजहांपुर की ओर जा रही पंजाब एंड सिंध बैंक की कैश वैन ने उन्हें सामने से टक्कर मार दी। इससे कविश की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि यश गंभीर रूप से घायल हो गए। कविश के दो बच्चे हैं। इंस्पेक्टर संजय तोमर ने बताया कि कैश वैन को कब्जे में लेकर कार्रवाई की जा रही है।
हादसे में पांचवीं के छात्र की गई जान
भमोरा के गांव मिलक मझारा निवासी राजपाल का पुत्र अमित (11) बुधवार शाम चांडपुर-बल्लिया मार्ग पर तिराहे के पास लगे नल पर पानी पीने जा रहा था। तभी बल्लिया की तरफ से आ रही बाइक ने अमित को टक्कर मार दी। इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। परिजन उसे बरेली के एक निजी अस्पताल में ले गए। वहां देर रात इलाज के दौरान अमित ने दम तोड़ दिया। ताई लालवती ने बताया कि अमित की मां नहीं हैं। अमित से छोटा उसका एक भाई व बहन हैं। अमित गांव के ही स्कूल में पांचवीं कक्षा का छात्र था।