बलरामपुर जिले के राजपुर वन परिक्षेत्र के ग्राम नरसिंहपुर में हाथी के हमले से ग्रामीण की मौत हो गई। मृतक रामसूरित (65) ग्राम मरकाडाड का रहने वाला था। होली पर्व मनाने के लिए वह अपने साढ़ू के यहां नरसिंहपुर गया था। वह शराब के नशे में था। रात को नरसिंहपुर में जंगल किनारे आबादी क्षेत्र के नजदीक दंतैल हाथी पहुंच गया था। उस दौरान वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंच चुका था। ग्रामीणों को सतर्क किया जा रहा था।
दल से अलग विचरण कर रहा हाथी एक कच्चे मकान को तोड़ रहा था। शराब के नशे में रामसूरित लगातार हाथी को खदेड़ने जाने की बात कर रहा था। गणेश भगवान बोलकर पूजा अर्चना करने जाने जिद कर रहा था। घरवाले और ग्रामीण उसे समझाइश देने में लगे हुए थे। कुछ देर तक उसे रोककर रखा गया लेकिन बाद में वह मानने को तैयार ही नहीं हुआ। जिधर हाथी की उपस्थिति थी उधर ही रामसूरित जाने लगा। आखिरकार हाथी से उसका सामना हो गया। दंतैल हाथी ने उसे सूड़ से उठा कर जमीन पर पटक दिया। पैरों से कुचल मार डालने के साथ ही काफी देर तक हाथी,शव के आसपास मंडराता रहा।
देर रात ही हाथी के हमले से मौत की खबर आ गई थी लेकिन हाथी की उपस्थिति के कारण वन विभाग की टीम मौके घटनास्थल पर नहीं पहुंच सकी थी।सुबह क्षत-विक्षत शव बरामद हुआ।राजपुर उप वनमंडलाधिकारी रविशंकर श्रीवास्तव, रेंजर महाजन लाल साहू , सर्किल इंचार्ज अमृत प्रताप सिंह के साथ वन कर्मचारी मृतक के घर पहुंचे। मृतक के आश्रितों को 25 हजार हजार रुपये की आर्थिक सहायता राशि प्रदान की गई है। यह हाथी कई दिनों से इसी क्षेत्र में विचरण कर रहा है।