लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा ने अपनी सूची जारी कर दी है। पार्टी ने छत्तीसगढ़ की 11 लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों घोषित कर दिए हैं। भाजपा सूची आने के बाद कांग्रेसी खेमे में हलचल तेज हो गई है। फिलहाल कांग्रेस की ओर से गुरुवार को केंद्रीय चुनाव समिति की महत्वपूर्ण बैठक होने जा रही है। अनुमान यही लगाया जा रहा है कि इस बैठक के बाद कांग्रेस की बहुप्रतीक्षित सूची जारी हो जाएगी। माना जा रहा है कि इस बार पार्टी कई दिग्गज नेताओं को लोकसभा के रण में उतार सकती है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रहे भूपेश बघेल और प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्रियों के नाम भी पैनल में है।
जानकारी के अनुसार, कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी ने छत्तीसगढ़ की सभी सीटों पर फैसला ले लिया है। 4 मार्च को हुई बैठक में दावेदारों के नाम पर सहमति बन गई है। प्रदेश की 11 सीटों में से अब तक सिर्फ कोरबा संसदीय क्षेत्र के पैनल में ही मौजूदा सांसद ज्योत्सना महंत का नाम है। बाकी सभी 10 सीटों के लिए दो से चार नाम का पैनल बनाया गया है। इसमें ज्यादातर सीटों पर पार्टी के सीनियर नेताओं के नाम चर्चा में हैं। पैनल में पूर्व सीएम भूपेश बघेल, पूर्व मंत्री ताम्रध्वज साहू, पूर्व मंत्री शिव डहरिया, सांसद ज्योत्सना महंत और पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंह देव के नाम शामिल हैं।
सूत्रों ने बताया कि किसी पूर्व मंत्री ने लोकसभा चुनाव के लिए आवेदन नहीं किया था। जबकि कुछ दिग्गज नेताओं ने पीसीसी की जगह सीधे प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट के समक्ष चुनाव लड़ने इच्छा जाहिर की है। इस आधार पर बड़े नेताओं के नाम पैनल में शामिल किए गए हैं।
राज्य में रायपुर सबसे हाई प्रोफाइल सीट है। यहां से भाजपा ने मंत्री बृजमोहन अग्रवाल को मैदान में उतारा है। जानकारी के अनुसार, बृजमोहन अग्रवाल के खिलाफ कांग्रेस विकास उपाध्याय, डॉक्टर राकेश गुप्ता और सुशील आनंद शुक्ला को उतार सकती है। हालांकि इस सीट से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम की भी चर्चा है। पूर्व मंत्री धनेंद्र साहू का नाम भी सामने आया है। धनेंद्र पहले भी एक बार रायपुर संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ चुके हैं।
इसके अलावा राजनांदगांव सीट से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, दुर्ग सीट से पूर्व मंत्री ताम्रध्वज साहू, महासमुंद सीट से उमेश पटेल और पूर्व मंत्री धनेंद्र साहू, जांजगीर सीट से पूर्व मंत्री शिव डहरिया, कोरबा से सांसद ज्योत्सना महंत (महिला) और चरणदास महंत के नाम हैं। जबकि बस्तर सीट से लखेश्वर बघेल, हरीश लखमा, पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज के नाम पैनल में है। बैज इस सीट से मौजूदा सांसद हैं। पार्टी सूत्रों की मानें तो बैज ने खुद भी इस बार बस्तर से चुनाव लड़ने के लिए कोई खास रूचि नहीं दिखाई है। ऐसे में संभावना है कि यहां से लखमा परिवार से किसी एक को टिकट दिया जा सकता है।
कांकेर सीट से बीरेश ठाकुर, पूर्व मंत्री अनिला भेंड़िया और मोहन मरकाम के नाम है। सरगुजा से शशि सिंह (महिला), प्रेम साय सिंह के नाम है। रायगढ़ सीट से विधायक लालजीत सिंह और अमरजीत भगत के नाम है। वहीं, बिलासपुर सीट से टीएस सिंहदेव, संतोष कौशिक को लोकसभा चुनाव में उतार सकती है। इस बार टीएस सिंहदेव अंबिकापुर विधानसभा सीट से अपना चुनाव हार गए हैं। सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सरगुजा और बिलासपुर संसदीय क्षेत्र के मामले में एकमत नहीं हो पा रहे हैं। सरगुजा में पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव और अन्य नेताओं ने अलग-अलग नाम दिए हैं। इसी तरह बिलासपुर में जातिगत समीकरण को लेकर वरिष्ठ नेता एक राय नहीं बना पाए हैं।