पीएम मोदी ने केरल के त्रिशूर में पहले रोड शो किया और उनके बाद रैली को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने लेफ्ट और कांग्रेस पर हमला बोला.
केरल के त्रिशूर में विशाल रैली में संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने इंडिया गठबंधन पर जमकर निशाना साधा. इस रैली में बीजेपी का झंडा लिए हुए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा. कार्यकर्ताओं ने पीएम मोदी को ऊपर फूल डालकर उनका स्वागत किया.
पीएम मोदी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि केरल जानता है कि अगर कोई पार्टी है जो उसके विकास को गति दे सकती है, तो वह बीजेपी है. कोई वामपंथी पार्टी या गठबंधन यहां कुछ नहीं कर सकती. उन्होंने कहा, “भारत गतिशील विकास के साथ आगे बढ़ रहा है, लेकिन केवल मोदी के प्रति नफरत के कारण इंडिया गठबंधन केरल के विकास में बाधा बन रहा है.”
विपक्ष पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा, “इंडी गठबंधन हमारी आस्था पर चोट करता है. इन्होंने मंदिरों को, हमारे त्योहारों को भी लूट का माध्यम बना दिया है. त्रिशूर पूरम के साथ जिस प्रकार की राजनीति की जा रही है, वह दुर्भाग्यपूर्ण है.”
उन्होंने आगे कहा, “सबरीमाला में भी जिस प्रकार की अव्यवस्था सामने आई है, उससे श्रद्धालुओं को बहुत असुविधा हुई है. ये यहां की राज्य सरकार की अक्षमता का प्रमाण है. केरल में लंबे समय तक लेफ्ट और कांग्रेस सत्ता और विपक्ष का ढ़ोंग रचते रहे हैं. केरल में करप्शन हो, क्राइम हो या परिवारवाद दोनों मिलकर कर करते हैं.”
पीएम मोदी ने आगे कहा, “इन दिनों भारत में मोदी की गारंटी की सुगबुगाहट है. हालांकि मेरा मानना है कि नारी शक्ति ही विकसित भारत के संकल्प की सबसे बड़ी गारंटी है. दुर्भाग्य से आजादी के बाद वामपंथी कांग्रेस सरकार ने हमारी नारी शक्ति को कमजोर कर दिया. कांग्रेस और अन्य दलों ने लोकसभा में आरक्षण बिल में देरी की. लेकिन, नारी शक्ति वंदन अधिनियम अब कानून बन गया है.”
रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने आगे कहा, “हमने तीन तलाक को समाप्त करके अपनी मुस्लिम बहनों को सम्मान के साथ जीवन जीने का अधिकार दिया है. हम नारीशक्ति को एक सशक्त फोर्स बनाना चाहते हैं, इसलिए आने वाले समय में हमारी माताओं, बहनों, बेटियों के लिए अवसर ही अवसर आने वाले हैं.”
उन्होंने कहा, “बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के लिए चार जातियां सर्वोपरि हैं. जब देश के गरीब, युवा, किसान और महिलाओं का विकास होगा, तभी देश का विकास होगा इसलिए बीजेपी सरकार की योजनाओं का बड़ा लाभ इन चार जातियों को सबसे ज्यादा मिला है.”