दुनिया के अलग-अलग कोनों में आज बड़ी धूमधाम से क्रिसमस मनाया जा रहा है, लेकिन कुछ ऐसी जगहें भी हैं, जहां क्रिसमस मनाना अवैध है. इसलिए अगर आप क्रिसमस मनाने के लिए किसी गंतव्य की यात्रा करते हैं तो पहले वहां के स्थानीय रीति-रिवाजों के बारे में जरूर जान लें. तो चलिए आज उन 5 देशों के बारे में जानें, जहां क्रिसमस अवैध है.
तजाकिस्तान
कई देशों में सख्त नियम लागू हैं और उनका पालन भी बहुत सख्ती से होता है. तजाकिस्तान उन्हीं देशों में से एक है. यहां पर क्रिसमस मनाना गैरकानूनी है और इस मौके पर मौज-मस्ती करना, डिनर पार्टी करना और उपहार लेने-देने पर भी रोक लगी है. आलम यह है कि यहां के स्कूलों और विश्वविद्यालयों में भी क्रिसमस ट्री रखने की अनुमति नहीं है. क्रिसमस के अलावा तजाकिस्तान में अंतिम संस्कार और शादी को लेकर भी सख्त नियम लागू हैं.
ब्रुनेई
दक्षिण-पूर्व एशियाई देश ब्रुनेई में लोगों को क्रिसमस से संबंधित कोई भी कपड़ा पहनना मना है. ऐसा इसलिए है क्योंकि यहां के सुल्तान का मानना है कि क्रिसमस उत्सव को खुले तौर पर मनाने से मुस्लिम आबादी भटक सकती है. हालांकि, अन्य धर्मों के लोग यहां गोपनीयता के साथ क्रिसमस मनाते हैं, लेकिन इसके लिए उन्हें अधिकारियों से अनुमति लेनी पड़ती है. अगर कोई बगैर अनुमति जश्न मनाएगा तो उस पर जुर्माना या 5 साल की जेल की सजा है.
सऊदी अरब
सऊदी अरब में भी क्रिसमस मनाने पर रोक लगी है क्योंकि यहां पर चंद्र कैलेंडर का पालन किया जाता है, न कि ग्रेगोरियन कैलेंडर का. हालांकि, क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने अब कुछ सख्त धार्मिक नियमों में ढील दी है, जिसके बाद लोग क्रिसमस का थोड़ा-बहुत जश्न मना लेते हैं. अब यहां बाजारों में भी क्रिसमस से संबंधित चीजें मिलती है, लेकिन यहां अभी तक क्रिसमस मनाने पर लगे प्रतिबंध को हटाने की आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है.
चीन
चीन में भी सरकार ने क्रिसमस का जश्न मनाने पर प्रतिबंध लगाया है. हालांकि, पैसा कमाने के लिए चीन वैश्विक बाजार में क्रिसमस से जुड़ी चीजों को खरीदता-बेचता हैं. इसके अलावा यहां पर बहुत-से लोग क्रिसमस मनाते भी हैं, लेकिन सरकार की तरफ से हमेशा उन समारोह की निंदा की गई है क्योंकि वे इस जश्न को अपनी परंपराओं पर हावी नहीं होना देना चाहते. यही कारण है कि कुछ विशिष्ट क्षेत्रों में यह पूरी तरह से गैरकानूनी है.
उत्तर कोरिया
उत्तर कोरिया में भी क्रिसमस मनाना गैरकानूनी है, यहां का संविधान भी नागरिकों को धार्मिक स्वतंत्रता की अनुमति नहीं देता है. अगर कोई व्यक्ति क्रिसमस पर जश्न मनाते पकड़ा जाता है तो उसे सजा के तौर पर जेल में डाल दिया जाता है. किम जोंग-उन क्रिसमस पर की जाने वाली मौज-मस्ती पर प्रतिबंध लगाकर नागरिकों से कहते हैं कि उन्हें 24 दिसंबर को जश्न मनाना चाहिए क्योंकि यह उनकी दादी की जन्मतिथि है, इसलिए सभी को उन्हें श्रद्धांजलि देनी चाहिए.