श्रीराम एयरपोर्ट से अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 दिसंबर को रोड शो भी करेंगे। प्रशासन, जनप्रतिनिधियों और भाजपा संगठन की शनिवार को होने वाली संयुक्त बैठक में इसकी तैयारी की रूपरेखा बनाई जाएगी। उधर, शुक्रवार की देर शाम भाजपा कार्यालय पर जिला संगठन की बैठक हुई। इसमें प्रधानमंत्री मोदी की एयरपोर्ट के पास मैदान में होने वाली रैली की तैयारी का खाका खींचा गया।
जिलाध्यक्ष संजीव सिंह ने बताया कि 256 शक्ति केंद्र से एक-एक बस में सवार होकर कार्यकर्ता और समर्थकों को लाने की जिम्मेदारी सौंपी जा रही है। इसी तरह महानगर के 60 केंद्रों से छोटे चार पहिया वाहनों से लोग पहुंचेंगे। जनपद से करीब एक लाख लोगों को रैली में लाने का लक्ष्य तय किया गया है। जिलाध्यक्ष के अनुसार पीएम मोदी एयरपोर्ट से अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन तक रोड शो भी कर सकते हैं। इस संबंध में शनिवार को कमिश्नर गौरव दयाल के साथ बैठक होगी। सभी जनप्रतिनिधि और संगठन के पदाधिकारी शामिल रहेंगे।
कमिश्नर गौरव दयाल ने आईजी प्रवीण कुमार व एसएसपी राजकरन नैय्यर के साथ एयरपोर्ट व प्रधानमंत्री के प्रस्तावित रैली स्थल का निरीक्षण किया। रैली में आने वाले लोगों के लिए वाहनों के पार्किंग स्थलों का जायजा लिया। संबधित अधिकारियों को दिशा- निर्देश दिए। इस दौरान एसपी सिटी मधुबन सिंह एवं अन्य पुलिस अधिकारी मौजूद रहे।
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के ऐतिहासिक आयोजन के दौरान इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के 165 डॉक्टर रामभक्तों की सेवा करेंगे। श्रीराम मंदिर ट्रस्ट की अपील पर आईएमए के डॉक्टरों ने सेवा करने की सहमति दी है। 15 से 30 जनवरी तक रोज चार-चार डॉक्टरों को ड्यूटी लगाई जा रही है। इस बड़े व भव्य आयोजन में देश-दुनिया के श्रद्धालुओं का जमावड़ा होगा। इस दौरान स्वास्थ्य सेवाओं की मजबूती के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट लगातार प्रयास कर रहा है। इसी उद्देश्य से ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बीते दिनों आईएमए अध्यक्ष/वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. मंजूषा पांडेय को पत्र लिखकर सहयोग की अपील की थी। आईएमए की बैठक में ट्रस्ट के प्रस्ताव पर चर्चा हुई। बैठक में सभी चिकित्सकों ने रामभक्तों की सेवा करने पर सहमति जताई है। इसके बाद डॉक्टरों को सूचीबद्ध करके 15 दिन तक ट्रस्ट के शिविरों में जाकर इलाज करने के लिए रोस्टर तैयार किया जा रहा है। आईएमए अध्यक्ष डॉ. मंजूषा पांडेय ने बताया कि संगठन से 184 डॉक्टर जुड़े हैं। 165 डॉक्टरों की सूची बना ली गई है। चार-चार डॉक्टरों की ट्रस्ट के शिविरों में ड्यूटी लगाई जा रही है।