रायपुर। छत्तीसगढ़ में नवा रायपुर स्थित तूता धरना स्थल पर डीएड अभयर्थी अपनी मांगों को लेकर तीन दिवसीय प्रदर्शन कर रहे हैं। यह प्रदर्शन 4 अक्टूबर चलेगा। बताया जा रहा है कि, संघ 33 हजार शिक्षकों की भर्ती में विलंब होने के कारण वे आक्रोशित हैं। सहायक शिक्षक पद पर भर्ती की मांग को लेकर अभ्यर्थी प्रदर्शन कर रहे हैं।
वहीं 11 अगस्त को डीएड अभ्यर्थीयों के पक्ष में सर्वोच्च न्यायालय ने फैसला सुनाया था। बताया जा रहा है कि, पिछले दिनों डीएल अभ्यर्थियों ने न्याय देने की मांग करते हुए प्रदेश के विभिन्न जिलों में रैली निकाली थी। राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा था। अब मांगे पूरी नहीं होने पर तीन दिवसीय धरना प्रदर्शन की शुरूआत बुधवार को हो गई हैं।
सूरजपुर में भी कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
वहीं पांच सितम्बर को सूरजपुर के डीएड बीएड प्रशिक्षित युवा अपनी मांगों को लेकर अग्रसेन चौक से रैली निकालकर कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और तहसीलदार को ज्ञापन सौपा। डीएड बीएड प्रशिक्षित युवाओं ने रैली निकला और कलेक्टर कार्यालय तक पैदल मार्च किया। उन्होंने कहा कि, जिस तरह विधानसभा और लोकसभा चुनाव के दौरान नेताओ के द्वारा 33 हजार नई शिक्षक भर्ती की बात कही गई थी। लेकिन उसका तो कहीं अता पता नहीं बल्कि उनके द्वारा युक्तिकरण करके जो पद है, उन्हें भी खत्म करने की साजिश की जा रही है। कहां गई डबल इंजन की सरकार जिन्होंने कहा था कि, 2 महीने के अंदर भर्ती की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
अभ्यर्थी बोले- पीएम मोदी की गारंटी करें पूरी, जल्द करें भर्ती
ये सभी प्रशिक्षित युवा पीएम मोदी गारंटी पूरी करने की मांग करते हुए शिक्षक भर्ती की मांग कर रहे हैं। इसके पहले भी इन युवाओं ने शासन प्रशासन को आवेदन दिया है। इसके बावजूद अभी तक मांगों पर कोई विचार नहीं किया गया है। यही वजह है कि अब डीएड और बीएड प्रशिक्षित युवा न केवल सड़क पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं। बल्कि, आगे मांगें पूरी नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी।