गुजरात के राजकोट में शनिवार शाम पांच बजे भीड़भाड़ भरे गेम जोन में भीषण आग लग गई। हादसे में 12 बच्चों समेत 24 लोगों की मौत हो गई। 25 से अधिक लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा चुका है। अधिकारियों का कहना है कि अग्निकांड में हताहतों की संख्या बढ़ सकती है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने आग की घटना पर नगर निगम और प्रशासन को तत्काल बचाव और राहत कार्य के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही प्रदेश सरकार ने फायर एनओसी नहीं रखने वाले सभी गेम जोन को बंद करने का निर्देश दिया है।
अधिकारियों ने बताया कि शाम करीब साढ़े चार बजे गेमिंग गतिविधियों के लिए बनाए गए फाइबर डोम में आग लगी थी। इसके बाद फायर कंट्रोल रूम को शाम करीब 4:30 बजे इसकी सूचना मिली। फायर टेंडर और एंबुलेंस आग बुझाने के लिए मौके पर पहुंचे। आग के कारण ढांचा ढह गया और मलबा हटाया जा रहा है। राजकोट कलेक्टर प्रभाव जोशी ने कहा कि प्रभावित टीआरपी गेम जोन बचाव अभियान चल रहा है। उन्होंने कहा कि गर्मी की छुट्टी और सप्ताहांत के चलते गेम जोन में काफी भीड़ थी।
प्रत्यक्षदर्शियों ने कही ये बात
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि गेम जोन में कई जगह मरम्मत और रेनोवेशन का काम चल रहा था। बड़ी संख्या में प्लाई के टुकड़े और लकड़ियां फैली हुई थीं। आग लगते ही ये भी उसकी चपेट में आ गए और 30 सेकंड के अंदर आग पूरे गेम जोन में फैल गई। आग से पूरा गेम जोन जलकर खाक हो गया है। हालांकि अभी आग लगने की वजहों का पता नहीं चल सका है। आग पर करीब तीन घंटे में काबू पाया जा सका। अधिकारियों का कहना है कि मृतकों के शव बुरी तरह से झुलस गए हैं। इसके चलते अभी शिनाख्त नहीं हो सकी है। पहचान के लिए डीएनए टेस्ट कराया जाएगा। घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
फरार हुआ टीआरपी गेम जोन का मालिक
वहीं हादसे के बाद टीआरपी गेम जोन के मालिक युवराज सिंह सोलंकी फरार हो गए। इसका स्वामित्व युवराज के साथ मनविजय सिंह सोलंकी के पास है।