एकलव्य आवासीय विद्यालय में 22 बच्चे उल्टी, पेटदर्द और दस्त का शिकार हो गए हैं। स्वास्थ्य विभाग की मानें तो मामला फूड पाइजनिंग का हो सकता है, वहीं स्कूल प्रबंधन पालकों के द्वारा लाए गए मिक्चर को इसके लिए जिम्मेदार बता रहा है। एसडीएम ने मामले की जांच कराने की बात कही है।
ग्राम पंचायत सुखरापारा में एकलव्य आवासीय विद्यालय संचालित है। परंतु छात्रावास भवन का निर्माण नहीं हो पाने से वर्तमान में इसे लुड़ेग के समीप ग्राम सराईटोला में संचालित किया जा रहा है। वर्तमान में 240 बच्चे संस्था में अध्ययनरत हैं। इसमें से 22 बच्चों को शुक्रवार को उल्टी,दस्त और पेट दर्द की शिकायत होने पर सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एक साथ कई बच्चों को यह शिकायत होने पर प्राचार्य अमित भारद्वाज के द्वारा बीएमओ को इसकी सूचना दी गई जिसके बाद बच्चों को एंबुलेंस के जरिए सिविल अस्पताल लाया गया।
बीएमओ ने बताया कि कुल 22 बच्चों को अस्पताल में लाया गया है जिन्हें उल्टी, पेट दर्द और दस्त जैसी शिकायतें हैं। उन्होंने इसके लिए फूड पाइजनिंग या फिर खानपान में किसी गड़बड़ी की आशंका जताई है। हालांकि उनके मुताबिक उपचार प्रारंभ होने के बाद सभी की स्थिति सामान्य है।
संस्था के प्राचार्य अमित भारद्वाज ने फूड पाइजनिंग की किसी भी संभावना से इंकार किया है। उनका कहना है कि संस्था में 240 बच्चे अध्ययनरत हैं परंतु इनमें से केवल कुछ को ही यह शिकायत हुई है और बच्चों के साथ ही शिक्षकगण और वे स्वयं भी भोजन करते हैं। परंतु उनमें से किसी को भी इस प्रकार की समस्या नहीं हुई है।
पहुंचे सांसद और विधायक
बड़ी संख्या में स्कूली बच्चों के बीमार होने और उन्हें सिविल अस्पताल में दाखिल कराए जाने की सूचना मिलने पर विधायक गोमती साय और लोकसभा सांसद राधेश्याम राठिया भी अस्पताल पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। विधायक ने बच्चों से मुलाकात कर उनका हाल-चाल जाना और चिकित्सकों से बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर बातचीत की।
वर्जन
बच्चों के बीमार पड़ने का कारण स्पष्ट नहीं है। पहले कुछ बच्चों को हुआ था, आज ज्यादा बच्चों को हुआ। उपचार के बाद सभी की स्थिति सामान्य है। जांच की जाएगी। जो भी तथ्य आएंगे उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
आकांक्षा त्रिपाठी, एसडीएम, पत्थलगांव