बेंगलुरु. बेंगलुरु दक्षिण से सांसद और भाजपा युवा मोर्चा के अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या ने रविवार को राजनीतिक दलों से सनातन धर्म को बचाने के लिए एकजुट होने का आह्वान किया और कहा कि ‘जल्लीकट्टू’ और भैंस रेसिंग प्रतियोगिता ‘कंबाला’ जैसे पारंपरिक खेलों को रोकने के लिए ‘कुछ ताकतों द्वारा एजेंडे के तहत साजिश की जा रही है.’ तेजस्वी सूर्या, आयोजन के दूसरे और आखिरी दिन लोगों को संबोधित कर रहे थे.
तटीय कर्नाटक और पड़ोसी केरल के कासरगोड की मशहूर भैंसा दौड़ पहली बार राज्य की राजधानी में हो रही है. 25 नवंबर से शुरू हुए दो दिवसीय कार्यक्रम में भैंसों के लगभग 175 जोड़ों ने हिस्सा लिया. इस कार्यक्रम का आयोजन तुलुकूटा बेंगलुरु और पूरे तटीय कर्नाटक की भैंस रेसिंग टीमों की ओर से किया गया. तेजस्वी सूर्या ने कहा, ‘हमने देखा है कि आज विभिन्न एजेंडे वाली कुछ ताकतें अदालतों में जा रही हैं और ‘जल्लीकट्टू’ और ‘कंबाला’ जैसे हमारे पारंपरिक खेलों को रोकने के प्रयास कर रही हैं.’
राजनीतिक मतभेदों से ऊपर उठे और एकजुट हों
तेजस्वी सूर्या ने कहा, ‘पार्टियों को अपने राजनीतिक मतभेदों से ऊपर उठना चाहिए और ‘जलीकट्टू’, ‘कंबाला’ और हमारे त्योहारों को बचाने के लिए एकजुट होना चाहिए क्योंकि जब हम इन खेलों को बचाएंगे, तभी हमारे सनातन धर्म को बचाया जा सकता है. तेजस्वी सूर्या ने कहा कि कुछ बाहरी ताकतें हैं जो पशु अधिकारों के नाम पर इस ग्रामीण खेल को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करती हैं. उन्हें इस बात की बुनियादी जानकारी भी नहीं है कि इन जानवरों की कितनी अच्छी देखभाल की जाती है.
मनुष्य और जानवर के बीच तालमेल देखना एक शानदार अनुभव
तेजस्वी सूर्या ने कहा कि जानवरों के मालिक परिवार के सदस्यों की तरह ही उनकी देखभाल करते हैं. उन्होंने कहा कि ऐसी विरोधी ताकतों के प्रयास विफल हुए हैं और अब भविष्य में हमारे शहर में और अधिक कंबाला कार्यक्रम देखने की आशा रखी जा रही है. उन्होंने कहा कि आज मुझे बेंगलुरु कंबाला में भाग लेने का अवसर मिला. मनुष्य और जानवर के बीच तालमेल देखना एक शानदार अनुभव है. जल्लीकट्टू और कंबाला जैसे खेल आयोजन और त्योहार सनातन धर्म और हमारी संस्कृति का हिस्सा हैं.
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FIRST PUBLISHED : November 26, 2023, 19:59 IST